
सऊदी अरब के जेद्दा में स्थित एक तेल डिपो में भीषण आग लग गई. ये आग रॉकेट हमले की वजह से लगी. ये घटना फॉर्मूला वन (F-1) रेस से पहले हुई है. बता दें कि इस हमले की जिम्मेदारी यमन के हूती विद्रोहियों ने ली है. इस हमले को हूती विद्रोहियों का अब तक का सबसे बड़ा हमला बताया जा रहा है. हमले ने उसी डिपो को निशाना बनाया, जिस पर हाल के दिनों में भी हूती विद्रोहियों ने हमला किया था.
डिपो पर हमले के बाद आग की भीषण लपटे उठने लगीं. हालांकि इस हमले में किसी के हताहत होने की जानकारी सामने नहीं आई है. उधर, सऊदी अधिकारियों ने कहा कि आगामी ग्रैंड प्रिक्स निर्धारित समय पर ही आयोजित होगी. बता दें कि ये हमला उत्तरी जेद्दा बल्क प्लांट पर हुआ है. जो कि शहर के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के दक्षिण-पूर्व में स्थित है और मक्का जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है.
एजेसी के मुताबिक सऊदी अरब की तेल कंपनी सऊदी अरामको की ओर से अभी तक कोई बयान जारी नहीं किया गया है. वहीं सऊदी अरब की ने कहा है कि ये हमला हूती विद्रोहियों द्वारा किया गया है. जिसमें डिपो को निशाना बनाकर गया. यह एक "शत्रुतापूर्ण ऑपरेशन" की तरह था.
सऊदी प्रेस एजेंसी के अनुसार सऊदी नीत गठबंधन के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल तुर्क अल-मल्की ने कहा कि यह हमला जानबूझकर तेल डिपो पर किया गया है. यह शत्रुतापूर्ण हरकत है. उनका उद्देश्य ऊर्जा सुरक्षा और वैश्विक अर्थव्यवस्था की रीढ़ को कमजोर करना है. लेकिन इन हमलों का जेद्दा में सार्वजनिक जीवन पर किसी भी तरह का कोई प्रभाव नहीं पड़ा है. हालांकि आग से दो टैंक क्षतिग्रस्त हो गए.
वहीं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने ट्विटर पर हूती हमलों की निंदा की. उन्होंने लिखा कि इन हमलों ने नागरिकों की जान जोखिम में डाल दी है और इन्हें रुकना चाहिए. बता दें कि जेद्दा में दूसरा सऊदी अरब ग्रैंड प्रिक्स रविवार को आयोजित हो रहा है.