
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष और पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने मंत्रालय छोड़ने की चेतावनी दी है. पीपीपी गठबंधन वाली शहबाज सरकार में अहम सहयोगी दल है.
रविवार को कराची में बाढ़ प्रभावित किसानों को संबोधित करते हुए जरदारी ने कहा, बाढ़ पीड़ितों से किए गए वादों को पूरा करने की जरूरत है. नहीं तो मुझे अपना मंत्रालय संभालना मुश्किल होगा. इस दौरान उन्होंने बाढ़ प्रभावित किसानों के लिए बीआईएसपी के तहत बीज सब्सिडी कार्यक्रम का भी उद्घाटन किया.
समारोह को संबोधित करते हुए बिलावल ने गंभीर चिंता और खेद व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की ओर से बाढ़ प्रभावितों से किए गए वादे पूरे नहीं किए गए हैं. देश में बढ़ती महंगाई के बीच बाढ़ से प्रभावित लोग काफी मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं.
विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने आगे कहा, "केंद्र को बाढ़ प्रभावितों को प्राथमिकता देनी चाहिए. अगर केंद्र सरकार या प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने वादे किए हैं, तो उन्हें पूरा करने की जरूरत है. पार्टी इस मुद्दे को नेशनल असेंबली के साथ-साथ प्रधानमंत्री के समक्ष भी उठाएगी."
डिजिटल जनगणना को बताया त्रुटिपूर्ण
पाकिस्तान में पहली बार हो रही डिजिटल जनगणना को बिलावल भुट्टो को त्रुटिपूर्ण करार दिया है. विदेश मंत्री ने कहा कि सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह चल रही त्रुटिपूर्ण जनगणना से चिंतित हैं.
उन्होंने आगे कहा कि हमने 2018 की जनगणना के परिणामों पर भी आपत्ति जताई थी. सिंध में आवास जनगणना के परिणामों में अन्य प्रांतों की तुलना में भारी अंतर था. बिलावल ने इमरान खान के नेतृत्व वाली पीटीआई सरकार का नाम लिए बगैर कहा कि 2018 की जनगणना का मकसद एक खास व्यक्ति को सत्ता में लाना था.
पाकिस्तान में आई थी भीषण बाढ़
पिछले साल पाकिस्तान में आई भीषण बाढ़ से 11 सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. रेडियो पाकिस्तान के मुताबिक, पाकिस्तान में बाढ़ से 3451 किलोमीटर रोड और 149 ब्रिज को नुकसान हुआ. इस बाढ़ ने 11 सौ से ज्यादा लोगों की जीवन लीला समाप्त कर दी थी. जबकि 1600 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. बाढ़ से सबसे ज्यादा सिंध व बलूचिस्तान प्रभावित हुए थे.