
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन मंगलवार को गाजा में युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई के लिए राजनयिक प्रयास के अगले चरण में कतर की राजधानी दोहा पहुंचे हैं. दरअसल, ब्लिंकन इजरायल और हमास के बीच विवाद के प्रमुख क्षेत्र बने हुए हैं. ब्लिंकन ने दिन में पहले मिस्र में राष्ट्रपति अब्देल-फतह अल-सिसी से मुलाकात की, जिनका देश अमेरिका और कतर के साथ महीनों से गाजा वार्ता में मध्यस्थता करने में मदद कर रहा है.
ब्लिंकन की इस क्षेत्र की यात्रा में सोमवार को इजरायल में बैठकें भी शामिल थीं. उन्होंने कहा कि इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पिछले सप्ताह वार्ता के बिना किसी सफलता के रुकने के बाद दोनों पक्षों के बीच की खाई को कम करने के उद्देश्य से अमेरिका के "पुल प्रस्ताव" को स्वीकार कर लिया है, और हमास से भी इसे स्वीकार करने का आग्रह किया है.
बाइडेन प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ब्लिंकन के साथ यात्रा कर रहे पत्रकारों को बताया कि अमेरिका को उम्मीद है कि इस सप्ताह युद्ध विराम वार्ता जारी रहेगी.
दरअसल, उग्रवादी हमास समूह ने अपने सामने पेश किए गए नवीनतम प्रस्ताव को उस प्रस्ताव से “उलट” बताया जिस पर वह सहमत हुआ था, और एक बयान में अमेरिका पर इजरायल की नई शर्तों को स्वीकार करने का आरोप लगाया. इस पर तत्काल कोई अमेरिकी प्रतिक्रिया नहीं आई.
इस बीच, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा में शहीद सैनिकों और बंधकों के परिवारों के दक्षिणपंथी समूहों से मुलाकात की. युद्ध विराम समझौते का विरोध करने वाले समूहों ने कहा कि नेतन्याहू ने उन्हें बताया कि इजरायल गाजा में दो रणनीतिक गलियारों को नहीं छोड़ेगा, जिन पर इजरायल का नियंत्रण वार्ता में बाधा बन रहा है. नेतन्याहू के कार्यालय ने उनके बयान पर कोई टिप्पणी नहीं की.