
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार और बांग्लादेश के राजनीतिक दलों के बीच चुनाव की समय सीमा को लेकर ठन गई है. बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के वरिष्ठ नेता अमीर खासरू महमूद चौधरी ने सोमवार को कहा है कि मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने चुनाव के लिए जो समय सीमा दी है, वो बेवजह लंबी है और यह तर्कपूर्ण नहीं है.
सहयोगी पार्टी नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक मूवमेंट (एनडीएम) के नेताओं के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए बीएनपी नेता ने कहा, 'सरकार ने जो चुनाव की अवधि बताई है, उस पर हमसे चर्चा नहीं की गई है. हम समझ नहीं पा रहे हैं कि इतनी लंबी समय-सीमा क्यों दी गई है.'
बीएनपी नेता ने कहा कि लोग सुधारों के नाम पर इतना समय लेने के बाद चुनाव कराने की सरकार की मंशा पर चिंता जता रहे हैं.
उन्होंने कहा, 'लोग भ्रम में हैं और कारण ढूंढ रहे हैं कि चुनाव में इतना वक्त क्यों लग रहा है... हमने सरकार से कहा था कि वह एक लॉजिकल समय-सीमा के भीतर चुनाव कराए, लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है.'
बिना परामर्श के मोहम्मद यूनुस ने की चुनाव के समय सीमा की बात
बीएनपी नेता ने कहा कि अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने राजनीतिक दलों से परामर्श किए बिना अचानक चुनाव की समय सीमा के बारे में बात कर दी. इससे पहले यूनुस ने अलग-अलग मुद्दों पर सबसे चर्चा की थी लेकिन जब चुनाव की समय सीमा की बात आई तो उन्होंने किसी से परामर्श नहीं किया.
खसरू ने कहा, 'हमारा मानना है कि अब सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा चुनाव है, जिसका बांग्लादेश के लोग इंतजार कर रहे हैं. लेकिन हमें चुनाव की समय-सीमा के बारे में जानकारी नहीं है.'
16 दिसंबर को मोहम्मद यूनुस ने कहा था कि चुनाव 2025 के अंत या 2026 की पहली छमाही में किया जा सकता है. एक दिन बाद, उनके प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने साफ किया कि अगला आम चुनाव 30 जून 2026 तक होने की उम्मीद है.
विदेश सेवा अकादमी में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा था, 'उन्होंने (मुख्य सलाहकार ने) एक समय सीमा दी है. आप उम्मीद कर सकते हैं कि चुनाव 30 जून, 2026 तक हो जाएंगे.'
शेख हसीना के तख्तापलट के बाद बांग्लादेश में काम कर रही अंतरिम सरकार
अगस्त की शुरुआत में छात्र आंदोलन के कारण आवामी लीग की शेख हसीना सरकार का तख्तापलट हो गया था. शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर भारत भागना पड़ा था.
इसके बाद बांग्लादेश में नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में एक अंतरिम सरकार का गठन किया गया. तब कहा गया कि बांग्लादेश में जल्द ही चुनाव कराए जाएंगे. लेकिन अब अंतरिम सरकार के प्रमुख यूनुस की बातों से संकेत मिल रहा है कि चुनाव 2026 तक ही हो पाएंगे.