
अमेरिकी विभागों द्वारा मैनचेस्टर हमले की जांच से जुड़ी गोपनीय जानकारी लीक कर देने पर ब्रिटेन भड़क गया है. ब्रिटिश अधिकारियों ने अपने अमेरिकी समकक्षों को इस मामले में डांट लगाई है. ब्रिटेन द्वारा मैनचेस्टर हमले के बारे में जानकारी अमेरिका से साझा की गई थी.
ब्रिटेन के होम सेक्रेटरी आम्बेर रड ने अमेरिका के गृह मंत्रालय और अन्य खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों को लताड़ लगाई. असल में इन विभागों ने मैनचेस्टर के हमलावर की पहचान और जांच का अन्य विवरण मीडिया को लीक कर दिए थे, जो उन्हें ब्रिटेन से मिले थे.
हालांकि इस शिकायत के बाद भी अमेरिका के न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार ने बम विस्फोट घटनास्थल के अवशेष वाले दृश्य के फोटो छाप दिए. साफतौर से लगता है कि यह फोटोग्राफ ब्रिटेन की पुलिस द्वारा लिए गए थे और ब्रिटेन सरकार के सूत्रों के अनुसार इन्हें अमेरिकी अधिकारियों को शेयर किया गया था.
एक सरकारी सूत्र ने कहा, 'हम बेहद गुस्से में हैं. यह पूरी तरह अस्वीकार्य हैं. अमेरिकी सिस्टम से जो तस्वीरें लीक हुई हैं वह पीड़ितों, उनके परिवारों और आम जनता को विचलित करने वाली हैं. हमने अमेरिका में हर प्रासंगिक स्तर पर यह मसला उठाया है.
दोनों देशों के बीच खुफिया जानकारी की बेहद बारीकी से शेयरिंग की जाती है, लेकिन इस घटना ने ऐसे समय में उनके रिश्ते में कड़वाहट पैदा की है, जब गुरुवार को ब्रसेल्स में आयोजित नाटो समिट में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरेजा मे की मुलाकात होने वाली है.
रड ने बीबीसी रेडियो से कहा, 'ब्रिटिश पुलिस ने साफ किया था कि वे ऑपरेशन की शुचिता बनाए रखने के लिए सूचनाओं पर नियंत्रण चाहते हैं. इसलिए अगर कहीं और से यह लीक होता है तो यह खीज पैदा करने वाली बात है.'