पूरा ब्रिटेन अपनी महारानी एलिजाबेथ-II को नम आंखों से विदाई देने के लिए तैयार है. थोड़ी देर में उनका अंतिम संस्कार होगा. उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए दुनियाभर से 2000 मेहमान जुटे हैं. इनमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, भारत की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों जैसे बड़े नेता भी शामिल हैं. महारानी को राजकीय सम्मान और शाही रस्मों के साथ किंग जॉर्ज VI मेमोरियल चैपल में उनके दिवंगत पति प्रिंस फिलिप के बराबर में दफनाया जाएगा. एलिजाबेथ द्वितीय के राजकीय सम्मान को 21वीं सदी का इस तरह का सबसे बड़ा आयोजन बताया जा रहा है. इस आयोजन में शामिल होने के लिए रूस और बेलारूस को छोड़कर बाकी लगभग सभी देशों के राष्ट्राध्यक्षों को न्योता भेजा गया है.
Queen Elizabeth का ताबूत विंडसर कैसल में रॉयल वॉल्ट में उतार दिया गया है. एक लंबी प्रक्रिया और तमाम परंपराओं को पूरा करने के बाद उनके ताबूत को रॉयल वॉल्ट में उतारा गया है.
लंदन में Queen Elizabeth II का अंतिम संस्कार समाप्त होने वाला है. उनके कॉफिन को अब स्टेट गन कैरिज ले जाया जा रहा है. रॉयल फैमिली वहां मौजूद है और कॉफिन के साथ ही चल रही है.
लंदन के Westminster Abbey में महारानी के अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू हो चुकी हैं. दुनियाभर से VVIP इस शोक सभा में शामिल हो रहे हैं.
लंदन में Queen Elizabeth II को अंतिम विदाई देने के लिए पूरा ब्रिटेन उमड़ पड़ा है. यहां आम जिंदगी थम गई है. पार्लियामेंट क्वायर से विक्टोरिया स्ट्रीट तक जहां तक देखों वहां लोग नजर आ रहे हैं. ब्रिटेन के लोग सबसे ज्यादा शासन करने वाली महारानी की आखिरी झलक पाने के लिए इकट्ठा हुए हैं. वहीं, दुनियाभर से 2000 VVIP महारानी को श्रद्धांजलि देने पहुंचे हैं. देशभर के 125 सिनेमा हॉल में महारानी के अंतिम संस्कार का लाइव प्रसारण किया जाएगा.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम विदाई समारोह में शामिल होने के लिए ब्रिटेन में हैं. वह 17 सितंबर को ब्रिटेन पहुंच गई थीं. दिवंगत रानी के ताबूत को लंदन के वेस्टमिंस्टर हॉल में रखा गया है. इससे पहले राष्ट्रपति मुर्मू ने दिवंगत महारानी के अंतिम दर्शन किए और भारत की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि दी. उन्होंने एलिजाबेथ द्वितीय की शोक पुस्तिका में भी संदेश लिखा.
महारानी एलिजाबेथ-II का निधन 8 सितंबर को हो गया था. वे 96 साल की थीं. एलिजाबेथ 1952 में ब्रिटेन की महारानी बनी थी. वे 70 साल तक महारानी रहीं. एलिजाबेथ सिर्फ ब्रिटेन ही नहीं 15 और देशों की भी क्वीन थीं. उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए दुनिया भर से आए राजा, राजकुमार, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री लंदन में इकट्ठा हुए हैं. वहीं, महारानी को बुधवार से आम लोग लगातार श्रद्धांजलि दे रहे थे. अब आम लोगों को श्रद्धांजलि देने से रोक दिया गया है. इसके बावजूद सड़कों पर लंबी लंबी लाइनें लगी हुई हैं.