
रूस के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को जानकारी देते हुए कहा था कि रूसी सशस्त्र बलों ने दक्षिणी यूक्रेन के मेलिटोपोल (Melitopol) शहर पर पूरी तरह से कब्ज़ा कर लिया है, लेकिन ब्रिटिश सशस्त्र बलों के मंत्री जेम्स हेप्पी ने शनिवार को रूस के इस दावे को खारिज कर दिया है. उनका कहना है कि रूसी सेना ने दक्षिण-पूर्वी यूक्रेनी शहर मेलिटोपोल पर कब्जा नहीं किया है. साथ ही उनका कहना है कि राजधानी कीव पर आगे बढ़ रहे बख़्तरबंद टैंक्स को यूक्रेन ने रोक दिया है.
हेप्पी ने कहा कि यह ब्रिटेन का आकलन है कि गुरुवार से शुरू हुए हमले में रूस, यूक्रेन पर आक्रमण के लिए अपने पहले दिन के किसी भी लक्ष्य पर कब्जा करने में विफल रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि मेलिटोपोल, जिसपर रूस ने अपना कब्ज़ा होने का दावा किया है, हमें ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जिससे यह साबित होता हो. वह अभी भी यूक्रेन के ही हाथों में है. उन्होंने कहा, 'कीव के बाहरी इलाके में रात भर बम बारी होती रही है. हमारा मानना है कि यह सिर्फ रूसी विशेष बल और पैराट्रूपर्स हैं.'
उन्होंने आगे कहा, 'वास्तविकता तो यह है कि बेलारूस और उत्तर की तरफ से आने वाले बख़्तरबंद टैंक्स जो कीव को घेरने जा रहे थे, वे अभी भी उत्तर में ही कहीं हैं, क्योंकि उन्हें यूक्रेन की जबरदस्त फोर्स ने रोक दिया है.'
जेम्स हेप्पी का कहना है कि ब्रिटिश रक्षा मंत्री बेन वालेस ने शुक्रवार को 25 अन्य देशों के साथ बैठक की, जो सभी यूक्रेन को और सैन्य या मानवीय सहायता देने के लिए सहमत हो गए. उन्होंने यह भी कहा कि ये देश आपस में मिलकर यह विचार करेंगे कि यूक्रेन को सुविधाएं कैसे दी जाएं. उन्हें यकीन है कि ये देश यूक्रेनी सेना को और हथियार और मेडिकल सुविधाएं दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि 'हम इसे उन तक पहुंचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.'
आपको बता दें कि पिछले तीन दिनों से रूस यूक्रेन पर जबरदस्त हमले कर रहा है. सीमाओं पर जो बम बारी हो रही थी वो अब शहरों की तरफ बढ़ती जा रही है. वहीं, रूस की सेना के भीषण हमलों के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेन्स्की का कहना है कि वह आखिरी सांस तक लड़ेंगे. देश छोड़कर नहीं जाएंगे.