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ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने लॉकडाउन में पार्टी करने के लिए संसद में मांगी माफी

लॉकडाउन के दौरान पार्टी करने को लेकर ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने संसद में माफी मांगी है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उन्होंने जानबूझकर कोई नियम नहीं तोड़ा.

बोरिस जॉनसन (फाइल फोटो) बोरिस जॉनसन (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 20 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 8:51 AM IST
  • ब्रिटिश पीएम ने संसद में मांगी माफी
  • लॉकडाउन में पार्टी करने को लेकर है गुस्सा

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने संसद में लॉकडाउन के दौरान पार्टी में शामिल होने के लिए माफी मांगी है. जॉनसन ने कहा कि उन्होंने जानबूझकर नियम नहीं तोड़े या संसद को गुमराह नहीं किया. जॉनसन ने हाउस ऑफ कॉमन्स में सांसदों से कहा कि जन्मदिन की सभा दरअसल केक वगैरह के साथ एक पार्टी थी.

पिछले सप्ताह, जॉनसन पर जून 2020 में 10 डाउनिंग स्ट्रीट में अपने स्वयं की सरप्राइज बर्थडे पार्टी में भाग लेने के लिए 50 पाउंड ($ 66) का जुर्माना लगाया गया था. बोरिस जॉनसन, ब्रिटेन के पहले ऐसे प्रधान मंत्री बन गए, जिन्होंने पद पर रहते हुए कोई कानून तोड़ा. ब्रिटिश पुलिस अभी भी लॉकडाउन के दौरान सरकारी भवनों में हुई पार्टियों की जांच कर रही है, जिनमें जॉनसन के शामिल होने का आरोप है. 

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11 दिनों के ईस्टर ब्रेक के बाद हाउस ऑफ कॉमन्स में बोलते हुए जॉनसन ने कहा कि उन्हें अपनी गलती के लिए खेद है. बोरिस जॉनसन ने विपक्ष द्वारा महामारी के दौरान देश पर लगाए गए प्रतिबंधों के नियम तोड़ने के लिए विपक्ष की मांग को खारिज कर दिया. जॉनसन ने लोगों के आहत और गुस्से को स्वीकार किया. उन्होंने कहा कि यह कैबिनेट कक्ष में कोविड की रणनीति पर महत्वपूर्ण बैठक से ठीक पहले नहीं हुआ था. अगर ऐसा होता तो यह नियमों का उल्लंघन हो सकता है.

गुरुवार को संसद में होगी वोटिंग

विपक्षी लेबर पार्टी 'पार्टीगेट' घोटाले को लेकर जॉनसन की निंदा करने की कोशिश कर रही है. हाउस ऑफ कॉमन्स के अध्यक्ष लिंडसे हॉयल ने कहा कि वह लेबर पार्टी को कॉमन डिबेट की अनुमति देंगे. इसके साथ ही संसद को गुमराह करने के लिए बोरिस जॉनसन की भी जांच के लिए भी सदन में बहस होगी. बॉरिश जॉनसन पर लगे आरोपों पर हाउस ऑफ कॉमन्स में गुरुवार को वोटिंग होनी है. सदन में विपक्ष लगातार जॉनसन से प्रधानमंत्री पद से इस्तीफे की मांग कर रहा है. हालांकि बोरिस जॉनसन की पार्टी के नेताओं का कहना है कि रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच नेताओं को बदलना गलत होगा. 

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अपने ही लोगों की है नाराजगी

जॉनसन और उनकी कंजर्वेटिव सरकार को पिछले साल के अंत में आरोप सामने आने के बाद से बढ़ती नाराजगी का सामना करना पड़ा है. आरोप है कि जब देश में लाखों लोगों को दोस्तों और परिवार के साथ मिलने से रोक दिया गया था, यहां तक परिवार के लोगों के प्रियजनों के अंतिम संस्कार में शामिल होने से रोक दिया गया था. तब बोरिस जॉनसन और उनके कर्मचारियों ने 2020 और 2021 में कार्यालय पार्टियों का आयोजन किया था.

पुलिस जांच और सभाओं में सिविल सेवा जांच के बाद बोरिस जॉनसन पर जुर्माना लगाया गया. जॉनसन ने सवालों को टालने की कोशिश की. पहले यह कहकर कि कोई पार्टी नहीं है और फिर जोर देकर कहा कि उनका मानना ​​​​है कि कोई नियम नहीं तोड़ा गया. कैबिनेट मंत्री ब्रैंडन लुईस ने जोर देकर कहा कि जॉनसन ने झूठ नहीं कहा था और उसने हमेशा कहा था कि जो सच है बॉरिश वही मानता है. लुईस ने कहा कि जॉनसन ने संसद में जो कहा वह उस समय सच माना.

कमजोर दिखाई दिए जॉनसन

जॉनसन की सत्ता पर पकड़ इस साल की शुरुआत में घोटाले और कई शीर्ष सहयोगियों के जाने के वजह से कमजोर दिखाई दी. सहयोगी दलों को डर था कि 'पार्टीगेट' एक ऐसे नेता के लिए एक महत्वपूर्ण बिंदु बन सकता है जिसने अपने खर्चों और अपने नैतिक निर्णय पर तूफानों की एक श्रृंखला का सामना किया है. कुछ कंजर्वेटिव सांसद खुलेआम अपने नेता के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की मांग कर रहे थे. हालांकि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की वजह से इस मामले पर लोगों का ध्यान नहीं गया और ध्यान भटक गया. 

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जॉनसन की अंतरराष्ट्रीय छवि, उनके नेतृत्व में यूरोपीय संघ से ब्रिटेन का निकलना, यूक्रेन के लिए उनके दृढ़ सैन्य, राजनीतिक और नैतिक समर्थन से पुनर्जीवित हुई है. जॉनसन इस महीने की शुरुआत में राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की से मिलने के लिए कीव गए थे.

जॉनसन को अभी और जुर्माना भरना पड़ सकता है. लंदन का मेट्रोपॉलिटन पुलिस बल जॉनसन के कर्मचारियों द्वारा आयोजित 'अपनी खुद की शराब लाओ' कार्यालय पार्टियों और 'वाइन टाइम फ्राइडे' सहित एक दर्जन घटनाओं की जांच कर रहा है. अब तक कम से कम 50 टिकट दिए जा चुके हैं, जिनमें जॉनसन, उनकी पत्नी कैरी और ट्रेजरी प्रमुख ऋषि सनक शामिल हैं.

जॉनसन पर फिर लग सकता है जुर्माना

अगर जॉनसन को फिर से जुर्माना लगता है तो कंजर्वेटिवों के बीच अविश्वास मत की मांग बढ़ सकती है. अभी के लिए, कंजर्वेटिव सांसद जेफ्री क्लिफ्टन-ब्राउन ने कहा कि उनके सहयोगी 'अपने फैसले को रोक रहे थे और इंतजार कर रहे थे कि क्या होता है'. कंजर्वेटिव के दूसरे सांसद टोबियास एलवुड, जो कॉमन्स डिफेंस कमेटी के प्रमुख हैं, उन्होंने कहा कि सरकार को यूक्रेन के साथ हमारी भागीदारी का उपयोग किसी तरह यह कहने के लिए नहीं करना चाहिए कि यह उन कठिन चुनौतियों का समाधान करने का समय नहीं है. उन्होंने कहा कि पार्टी को यह निर्धारित करने के लिए अविश्वास मत रखना चाहिए कि 'प्रधानमंत्री के पास समर्थन है और हम आगे बढ़ते हैं या यह बदलाव का समय है.

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