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विकीलीक्स फाउंडर जूलियन असांज को लंदन पुलिस ने इक्वाडोर दूतावास से किया गिरफ्तार

विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांज को लंदन स्थित इक्वाडोर दूतावास से गिरफ्तार कर लिया गया. न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक असांज को ब्रिटिश पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार किया.

विकीलीक्स के फाउंडर जूलियन असांज (फोटो- इंडियाटुडे आर्काइव) विकीलीक्स के फाउंडर जूलियन असांज (फोटो- इंडियाटुडे आर्काइव)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 11 अप्रैल 2019,
  • अपडेटेड 5:32 PM IST

विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांज को लंदन स्थित इक्वाडोर दूतावास से गिरफ्तार कर लिया गया. न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक असांज को ब्रिटिश पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार किया.

इक्वाडोर ने अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करते हुए जूलियन असांज को राजनीतिक शरण देने को अवैध करार दिया है. उन्हें ब्रिटिश पुलिस ने इक्वाडोरियन दूतावास से गिरफ्तार किया. जूलियन असांज को ‘दूतावास से बाहर’ निकाल लिया गया है. इक्वाडोर के राजदूत ने ब्रिटिश पुलिस को दूतावास में बुलाया और इसके बाद पुलिस ने जूलियन असांजे को गिरफ्तार कर लिया गया.

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यौन उत्पीड़न के एक मामले में स्वीडन प्रत्यर्पित होने से बचने के के लिए असांज पिछले 7 साल से दूतावास में शरण लिए हुए थे. अमेरिका के कई गोपनीय दस्तावेजों को सार्वजनिक करने वाले असांज ने लंदन स्थित इक्वाडोर के दूतावास में साल 2012 से शरण ले रखी है. हालांकि बाद में उनके खिलाफ मामले को वापस ले लिया गया था.

मेट्रोपोलिटन पुलिस ने कहा कि उनको (जूलियन अंसाज) हिरासत में ले लिया गया है और उन्हें 'जल्द ही' वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया जाएगा.

जूलियन अंसाज को पुलिस के द्वारा जबरन इक्वाडोरियन दूतावास से बाहर निकाला गया. इस दौरान जूलियन अंसाज पुलिस की कार्रवाई का विरोध करते दिखे.

ब्रोम ग्रोव के लिए संसद सदस्य साजिद जाविद ने ट्वीट किया, 'इक्वाडोरियन दूतावास में करीब 7 साल की शरण के बाद, मैं पुष्टि कर सकता हूं कि जूलियन असांज अब पुलिस हिरासत में हैं और लंदन में कानून का सामना करेंगे. मैं इसके लिए इक्वाडोर और मेट्रोपोलिटन पुलिस का आभार व्यक्त करता हूं. कानून से कोई ऊपर नहीं है.'

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कौन हैं जूलियन असांज?

47 साल के जूलियन असांज ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड शहर के रहने वाले हैं. जूलियन असांज कंप्यूटर कोडिंग, प्रोग्रामिंग और हैकिंग के महारथी बताए जाते हैं. साल 2016 में असांज ने 'विकीलीक्स' नामक एक बेवसाइट बनाई, जिसके जरिए उन्होंने इराक युद्ध से जुड़े करीब चार लाख से ज्यादा दस्तावेज जारी किए थे जिसमें अमेरिका, इंग्लैंड और नाटो की सेनाओं के गंभीर युद्ध अपराध करने के प्रमाण मौजूद थे. इसके बाद असांज दुनिया भर में मशहूर हो गए. विकिलीक्स पर उनके किए कार्यों के लिए 2008 में उन्हें द इकॉनोमिस्ट फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन अवॉर्ड और 2010 में सेम एडम्स अवॉर्ड प्रदान किया गया.   

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