
पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में संदिग्ध लोगों ने एक यात्री बस को रोककर, उसमें सवार छह यात्रियों की गोली मारकर हत्या कर दी. ये सभी लोग पाकिस्तान के पंजाब से थे.
इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए गुरुवार को अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में संदिग्ध लोगों ने एक यात्री बस को रोककर, उसमें सवार छह यात्रियों की गोली मार दी. जिनमें से पांच यात्रियों की मौत हो गई है, जबकि एक ने बाद में दम तोड़ दिया.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) हफीज बलूच ने बताया कि कराची जा रही एक बस को ग्वादर जिले के ओरमारा हाईवे पर कलमत इलाके के पार बंदूकधारी लोगों ने रोक लिया. इसके बाद बंदूकधारियों ने कुछ यात्रियों को उतार लिया और छह लोगों को गोली मार दी.
उन्होंने बताया कि यात्रियों से पांच की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक घायल यात्री ने गुरुवार सुबह अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. ये सभी लोग पाकिस्तान के पंजाब के थे.
उन्होंने कहा, 'सशस्त्र लोगों ने यात्रियों के पहचान पत्र जांचने के बाद छह यात्रियों की हत्या कर दी तथा तीन अन्य को अपने साथ ले गए. अब तक किसी भी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन बीते दिनों ऐसे हमलों में प्रतिबंधित बलूच आतंकवादी समूहों ने पंजाब के लोगों के खिलाफ इस तरह के लक्षित हमले किए हैं.'
यूरिया ले जा रहे ट्रक को बनाया निशाना
उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने ग्वादर बंदरगाह से यूरिया ले जा रहे तीन लम्बे ट्रेलरों को भी सड़क पर अवरोध लगाकर रोक लिया और उसमें आग लगा दी.
शहबाज शरीफ ने की हमले की निंदा
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने यात्री बस पर हमले की निंदा की और संबंधित अधिकारियों को जांच करने तथा जिम्मेदार लोगों पर मुकदमा चलाने का निर्देश दिए हैं.
डॉन अखबार ने राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के हवाले से कहा, 'आतंकवादी देश के विकास और बलूचिस्तान की समृद्धि के दुश्मन हैं. वे बलूचिस्तान में प्रगति नहीं देख सकते.'
बलूचिस्तान के सीएम ने की हमले की निंदा
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने घटना की निंदा करते हुए कहा, 'निर्दोष यात्रियों को बस से उतारना और उनकी पहचान के आधार पर उनकी हत्या करना एक जघन्य और कायरतापूर्ण हरकत है.'
बीते कुछ महीनों में बलूच के लड़ाकों ने सुरक्षाबलों और नागरिकों पर अपने हमले बढ़ा दिए हैं. ये पहली बार नहीं है कि उग्रवादियों ने यात्री बसों को रोककर पंजाब प्रांत के लोगों को उतार दिया हो और उन्हें मार डाला हो या उनका अपहरण कर लिया हो. प्रांत के नसीराबाद संभाग के सोहबत क्षेत्र में एक अलग घटना में हथियारबंद लोगों ने एक घर पर हमला कर एक महिला और तीन बच्चों सहित एक ही परिवार के सात लोगों की हत्या कर दी. पुलिस ने बताया कि ये हत्याएं दो पक्षों के बीच जमीन के विवाद की वजह से हुई थीं.
ट्रेक को किया हाईजैक
आपको बता दें कि इस महीने की शुरुआत में बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के लड़ाकों ने 440 यात्रियों को ले जा रही जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर लिया था. इस हाईजैक में 18 सुरक्षाकर्मियों समेत 26 बंधकों की मौत हो गई थी.
ट्रेन को हाईजैक के अगले दिन सेना ने सभी 33 लड़कों को मार गिराया और 354 बंधकों को मुक्त करा लिया. तब से लगातार बलूचिस्तान में कई हमले हुए हैं.
वहीं, इस हफ्ते की शुरुआत में अज्ञात हथियारबंद लोगों ने दो अलग-अलग घटनाओं में चार पुलिसकर्मियों और चार मजदूरों की हत्या कर दी थी. 17 मार्च को प्रांत में एक स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) के आवास पर ग्रेनेड हमले में चार बच्चों समेत पांच लोग घायल हो गए थे.
ईरान और अफगानिस्तान की सीमा से सटा बलूचिस्तान लंबे वक्त से चल रहे हिंसक विद्रोह का गढ़ रहा है. बलूच विद्रोही समूह अक्सर इस तेल और खनिज समृद्ध प्रांत में सुरक्षा कर्मियों, सरकारी परियोजनाओं और 60 बिलियन अमेरिकी डॉलर की चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) प्रोजेक्ट को निशाना बनाकर हमले करते रहते हैं.