
चीन ने कहा है कि अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन की ओर से भारत के साथ रिश्तों को मजबूत बनाने पर जोर देने और बीजिंग की आलोचना करने में पक्षपात की बू आती है.
भारत के अपने दौरे से पहले टिलरसन ने कहा था, 'अनिश्चितता और चिंता के इस दौर में भारत को विश्व स्तर पर एक भरोसेमंद साझेदार की जरूरत है. मैं साफ करना चाहता हूं कि वैश्विक स्थिरता, शांति और समृद्धि को लेकर हमारे साझा मूल्य एवं नजरिये को देखते हुए अमेरिका ही वह साझेदार है.'
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने संवाददाताओं से कहा कि बहुत सारे मीडिया की भारत और अमेरिका के बीच संबंधों के विकास में काफी दिलचस्पी है. उन्होंने कहा, 'हम दोनों देशों के बीच संबंधों के विकास को देखकर तब तक खुश हैं जब तक वे क्षेत्र के शांतिपूर्ण विकास और क्षेत्र के देशों के बीच रिश्तों के बढ़ने के पक्ष में हैं.'
लू ने कहा कि चीन आशा करता है कि वाशिंगटन चीन के विकास और अंतरराष्ट्रीय समुदाय में चीन की भूमिका को निष्पक्ष ढंग से देखेगा.
वहीं अमेरिका के आरोपों पर लू ने कहा कि चीन ने हमेशा संयुक्त राष्ट्र के मूल्यों का सम्मान किया है. संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों के आधार पर बहुपक्षीय वर्ल्ड ऑर्डर का पालन किया है. इसके साथ ही उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि चीन अपने हितों और अधिकारों की रक्षा करता रहेगा.