
चीन ने हाल ही में एक ऐसे हथियार का सफल परीक्षण किया जिससे पश्चिमी देशों में खौफ पैदा हो गया है. क्योंकि यह हथियार सुदर्शन चक्र की तरह दुश्मन की मिसाइलों पर हमला करता है. इसका वीडियो भी है. जिसमें वह चक्र की तरह घूमते हुए टारगेट की तरफ बढ़ता हुआ दिख रहा है. ये वीडियो आपको इस खबर में देखने को मिलेगा. चीन के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह हथियार देश की मिलिट्री ताकत को बढ़ाने के लिए है ताकि वह अपनी सुरक्षा को मजबूत कर सकें.
चीन के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यह जमीन से छोड़ी जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइल को इंटरसेप्ट करने के लिए बनाया गया हथियार है. जो परीक्षण किया गया है वो सुरक्षात्मक है. हथियार को किसी देश की तरफ नहीं छोड़ा गया था. परीक्षण चीन की सीमा के अंदर ही किया गया है. आमतौर पर बैलिस्टिक मिसाइल अंतरमहाद्वीपीय यानी ICBM होती हैं, उन्हें रोकने के लिए चीन ने यह इंटरसेप्टर हथियार बनाया है. इस हथियार के नाम का खुलासा नहीं किया गया है.
12 साल में चीन ने किए छह एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल टेस्ट
चीन के हथियार की टेक्नीक और जारी वीडियो से पता लगता है कि यह मिसाइल मध्यम दूरी तक मार कर सकती है. सीएनएन ने चीन के सरकारी मीडिया संस्थान ग्लोबल टाइम्स के हवाले से लिखा है कि यह चीन का छठा लैंड बेस्ड एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण था. चीन लगातार साल 2010 से इस तरह के परीक्षण कर रहा है. इस टेस्ट से पहले फरवरी 2021 में चीन ने इसी तरह का परीक्षण किया था.
नए हथियार के बारे में कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं की
कार्नेगी एंडाउमेंट ऑफ इंटरनेशनल पीस में न्यूक्लियर पॉलिसी प्रोग्राम के एक्सपर्ट तॉन्ग झाओ ने कहा कि चीन कई लेयर्स का मिसाइल डिफेंस सिस्टम बना रहा है. इसमें कम दूरी, मध्यम दूरी और लंबी दूरी की मिसाइलों को मार गिराने की क्षमता शामिल है. चीन ने कम दूरी और मध्यम दूरी के लिए दो एंटी-मिसाइल सिस्टम बना रखे हैं. पहला HQ9 और दूसरा HQ19 मिसाइल डिफेंस सिस्टम. लेकिन अभी लंबी दूरी की एंटी-मिसाइल इंटरसेप्टशन सिस्टम के बारे में किसी तरह की जानकारी सार्वजनिक नहीं की है.
अमेरिका के THAAD सिस्टम की तरह लगता हैः एक्सपर्ट
दुनियाभर के रक्षा एक्सपर्ट का मानना है कि परीक्षण के जो वीडियो वायरल हुए हैं, उन्हें देखकर लगता है कि ये मीडियम रेंज HQ19 मिसाइल डिफेंस सिस्टम हो सकता है. जो अमेरिका के टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (THAAD) सिस्टम की तरह है. या फिर कोई नया मिड-कोर्स एंटी-मिसाइल सिस्टम है.
अमेरिका का टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (THAAD) सिस्टम दुश्मन की कम, मध्यम और इंटरमीडिएट बैलिस्टिक मिसाइलों को मार गिराने के लिए बनाई गई थी. इसे गुआम और हवाई में तैनात किया गया है ताकि उनकी सुरक्षा की जा सके. इसके अलावा और कई महत्वपूर्ण स्थानों पर भी थाड की तैनाती की गई है.