
अमेरिका और चीन के बीच व्यापार क्षेत्र को लेकर तनाव और बढ़ गया. चीन ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उसके बौद्धिक संपदा कारोबार को लेकर की जा रही अमेरिकी जांच के बाद प्रतिबंध लगाए जाते हैं तो वह भी चुप नहीं बैठेगा.
बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन की व्यापार नीतियों की जांच का आदेश दिया है. चीन के सहयोगी देश उत्तर कोरिया से निपटने की अमेरिका की परेशानी के बीच यह आदेश दिया गया. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर कर दिए.
उन्होंने अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि राबर्ट लाइथीजेर को यह जांच करने के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि ये जांच की जाए कि क्या चीन की नीतियों से अमेरिकी निवशकों अथवा कंपनियों के हितों को नुकसान पहुंच रहा है. जांच में यदि ऐसा कुछ सामने आते हैं तो उसके खिलाफ कदम उठाए जा सकते हैं.
बौद्धिक संपदाओं को रखेंगे सुरक्षित
ट्रंप ने कहा, 'हम हर उस देश के समक्ष खड़े होंगे जो गैर-कानूनी तरीके से अमेरिकी कंपिनयों को उनकी कीमती प्रौद्दोगिकी हस्तांतरण के लिए बाजार पहुंच की शर्त लगाएंगे. हम उन नकली और दोयम दर्जे के उत्पादों का मुकाबला करेंगे जो अमेरिकी रोजगार को नुकसान पहुंचाएंगे. साथ ही उन्होंने कहा, हम कापीराइट, पेटेंट, ट्रेडमार्क, व्यापार के गूढ रहस्यों और अन्य बौद्धिक संपदाओं जो कि हमारी सुरक्षा और समृद्धि के लिये बहुत जरूरी हैं उन्हें सुरक्षित रखेंगे. उन्होंने कहा कि वाशिंगटन इन बातों के प्रति अब आखें मूंदे नहीं रहेगा.
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने जारी किया वक्तव्य
लाइथीजेर ने कहा, हम पूरी जांच पड़ताल करेंगे. यदि जरूरी हुआ तो अमेरिकी उद्योग के भविष्य को बचाने के लिए कार्रवाई करेंगे. वहीं चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने एक वक्तव्य जारी किया है. इसमें गहरी चिंता जताते हुए चेतावनी दी है कि अमेरिका की तरफ से कोई भी संरक्षणवाद होने से द्विपक्षीय व्यापारिक रिश्तों को नुकसान पहुंचेगा.
चुप नहीं बैठेगा चीन
वक्तव्य में कहा गया है, 'यदि अमेरिका की तरफ से कोई कदम उठाया जाता है, तो उससे आपसी व्यापार संबंध प्रभावित होंगे. बहुपक्षीय व्यापार नियमों के अनादर और उन्हें नजरंदाज किया जाता है, तो चीन चुपचाप नहीं बैठेगा. वाणिज्य मंत्रालय ने कहा है कि चीन अपने कानूनी अधिकारों और हितों की सुरक्षा के लिए सभी उचित उपायों को करेगा.