
अमेरिकी मिलिट्री ऑफिसर ने हाल ही में बयान दिया था कि पूर्वी लद्दाख सेक्टर में माहौल गर्म हो रहा है. इस बयान के बाद खबर आई है कि चीन ने सीमा पार अपने फाइटर जेट्स की संख्या बढ़ा दी है. उसने भारतीय इलाके के पास मौजूद अपने मुख्य सैन्य बेस पर फाइटर जेट्स की संख्या दोगुनी कर दी है.
सीमा विवाद के दौरान चीन अपने सैन्य बेस होतान से ही अपने वायु सैनिक ऑपरेशंस को अंजाम दे रहा था. अब इस बेस पर 25 फाइटर जेट्स की तैनाती की खबर मिली है. उच्च सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी इंडिया टुडे के साथ साझा की है. फाइटर जेट्स की संख्या पहले की तैनातियों से काफी ज्यादा बताई जा रही है.
भारतीय रक्षा एजेंसियां लगातार सीमा पार की गतिविधियों पर बारीक नजर रख रही हैं. सेना किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. चीन इस समय शाक्चे में नया फाइटर एयरक्राफ्ट बेस बना रहा है. ताकि LAC के पास चीनी वायु सेना की ताकत में इजाफा किया जा सके. भारतीय पक्ष का मानना है कि चीनियों को ये लगा होगा कि भारतीय वायु सेना संघर्ष की स्थिति में ज्यादा तेजी से सक्रिय हो सकती है, इसलिए वह नए एयरबेस बना रही है. लड़ाकू विमानों की तैनाती बढ़ा रही है.
सूत्रों के अनुसार चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयर फोर्स ने हाल फिलहाल में ऐसे एयरबेस को अपग्रेड करने का काम किया है. विमानों के लिए शेल्टर बनाए हैं. रनवे की लंबाई बढ़ाई गई है. ज्यादा संख्या में चीनी सैनिक तैनात किए गए हैं. भारतीय सेनाएं लगातार तीन चीनी एयरबेस पर नजर बनाए हुए हैं. ये हैं काशगर, होतान और न्गारी गुंसा. इसके अलावा जिन एयरबेस पर नजर रखी जानी हैं- शिग्त्से, ल्हासा गोंकर, निंगची सऔर चाम्दो पांग्ता.