
चीन के हेनान प्रांत में एक बार फिर बड़ा हादसा हुआ है. यहां कोयला का खदान धंसने से एक दर्जन से ज्यादा मजदूर दब गए. रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है और उन्हें मलबे से निकालने की तमाम जद्दोजहद की जा रही है. हादसा हेनान के पिंगडिंगशन शहर में हुआ है, जो कोयला खदान का गढ़ माना जाता है. हादसा कितना बड़ा है, इस बारे में ज्यादा कुछ स्पष्ट नहीं है लेकिन अगर रेस्क्यू ऑपरेशन जल्द पूरा नहीं किया जाता और खदान का संचालन शुरू नहीं होता है तो कोयले का सप्लाई चेन बाधित हो सकता है.
चीन में कोयला खदान में हादसा आम बात है. इस तरह के हादसे में सैकड़ों मजदूर मारे भी गए हैं. शांजी प्रांत के कोयला खदान में हादसे के बाद शी जिनपिंग प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ाने के आदेश दिए थे. इसकी वजह से चीन में कोयला के दाम भी बढ़ गए. चीनी इमरजेंसी मैनेजमेंट ब्यूरो ने एक बयान में बताया कि हादसा शुक्रवार को 2.55 बजे हुआ, जब मजदूर खदान में काम कर रहे थे और तब से ही रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है.
10 मजदूरों की मौत, छह की तलाश जारी
हेनान प्रांत स्थित सुरक्षा एजेंसी के मुताबिक, कोयला और गैस विस्फोट की वजह से हादसा हुआ है. शनिवार 3 बजे तक पता चला कि हादसे में दस मजदूरों की मौत हो गई है और छह मजदूरों की तलाश की जा रही है. हालांकि, घटना के असल कारणों का खबर लिखे जाने तक पता नहीं चला है लेकिन स्थानीय एजेंसी के मुताबिक, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
हादसे के वक्त 425 मजदूर कर रहे थे खदान में काम
चीनी मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो हादसे के वक्त 425 लोग खदान में काम कर रहे थे. उनमें से 16 लोग खदान के अंदर ही फंस गए. जिनमें से 10 की मौत हो गई है. जबकि बचे हुए 6 लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
बताते चलें कि हाल के दशकों में चीन में खनन सुरक्षा में सुधार हुआ है. इसके अलावा प्रमुख घटनाओं की मीडिया कवरेज में भी काफी सुधार देखा गया है. हालांकि, पहले इस तरह की घटनाओं की मीडिया रिपोर्टिंग ना के बराबर होती थी. जब से इस तरह की हादसों की रिपोर्टिंग तेज हुई है, तब से सुरक्षा व्यवस्था में भी सुधार देखा गया है.
2022 से खदान हादसे में सैकड़ों मौतें
बताया जाता है कि, 2022 में चीन में 168 खदान हादसे हुए, जिसमें कमोबेश 245 लोग मारे गए थे. पिछले महीने ही उत्तरी हेलुंगजांग प्रांत में एक खदान हादे में 12 लोग मारे गए थे और 13 अन्य लोग घायल हो गए थे. इसी प्रांत में एक हादसा नवंबर महीने में हुआ, जहां कमोबेश 11 लोग मारे गए. इसी तरह सितंबर में कोयला खदान में एक बड़ा हादसा हुआ और इसमें कमोबेश 16 लोगों की मौत हो गई.