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जंग के लिए अभी से बच्चों को तैयार कर रहे जिनपिंग, एथलेटिक्स के नाम पर दी जा रही मिलिट्री ट्रेनिंग

चीन में युवाओं की ये ट्रेनिंग एक हफ्ते तक चलेगी. ट्रेनिंग सोमवार से शुरू हो गई है और अगले मंगलवार तक चलेगी. इस ट्रेनिंग सेशन में शहरभर के 11 स्पोर्ट्स सेंटर के 932 एथलीट हिस्सा ले रहे हैं.

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 29 नवंबर 2023,
  • अपडेटेड 6:43 AM IST

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग संभावित जंग के लिए अभी से बच्चों और युवाओं को तैयार कर रहे हैं. चीन में सात साल से कम उम्र के सैंकड़ों बच्चों को अभी से मिलिट्री ट्रेनिंग दी जा रही है. हैरान करने वाली बात ये है कि ये ट्रेनिंग उन्हें एथलेटिक्स के नाम पर दी जा रही है.

बच्चों को ये ट्रेनिंग शंघाई में दी जा रही है. शंघाई स्पोर्ट्स ब्यूरो का कहना है कि इस दौरान ये एथलीट्स चीनी सेना की 'युद्ध भावना' को गहराई से सीखेंगे. इससे पहले चीन की फुटबॉल टीमें भी इस तरह की ट्रेनिंग से गुजर चुकी हैं.

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इस तरह की ट्रेनिंग राष्ट्रपति शी जिनपिंग की उस मंशा को जाहिर करती है, जिसमें उन्होंने कहा था कि चीन को 'असली मुकाबले' के लिए अपनी तैयारी बढ़ानी चाहिए.

चीन में युवाओं की ये ट्रेनिंग एक हफ्ते तक चलेगी. ट्रेनिंग सोमवार से शुरू हो गई है और अगले मंगलवार तक चलेगी. इस ट्रेनिंग सेशन में शहरभर के 11 स्पोर्ट्स सेंटर के 932 एथलीट हिस्सा ले रहे हैं.

मेंस जिम्नास्टिक टीम के हेड कोच ही यूक्सियाओ ने बताया कि उनके एथलीटों की उम्र 7 साल से लेकर 25 साल तक है. उन्होंने ये भी कहा कि उन्हें किसी की कम या ज्यादा उम्र होने से कोई फर्क नहीं पड़ता.

रिपोर्ट के मुताबिक, इस ट्रेनिंग सेशन का मकसद संगठनात्मक अनुशासन और टीम वर्क को मजबूत करना है. ये ट्रेनिंग एकदम सुबह-सुबह शुरू हो जाती है और दोपहर तक चलती है. इस दौरान युवा एथलीटों को खास तरह की मिलिट्री यूनिफॉर्म भी पहनाई जाती है. 

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन में पिछले महीने ही एक नया कानून बना है, जिसका मकसद युवाओं में देशभक्ति की भावना पैदा करना है.

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