
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग अगले हफ्ते वियतनाम जाएंगे. जिनपिंग का ये दौरा 12 और 13 दिसंबर को होगा. जिनपिंग की छह साल में वियतनाम की यह पहली यात्रा होगी.
चीन के विदेश मंत्री वांग वेनबिन ने बताया कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग वियतनामी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव गुयेन फू ट्रोंग समेत कई नेताओं से द्विपक्षीय बातचीत करेंगे. जिनपिंग भी चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव हैं.
वांग ने बताया कि द्विपक्षीय बातचीत में जिनपिंग का फोकस राजनीति, सुरक्षा, व्यवहारिक सहयोग, सार्वजनिक समर्थन, बहुपक्षीय मामले, समुद्री मुद्दे और साझेदारी को गहरा करने पर होगा.
जिनपिंग का ये दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब दो महीने पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने वियनतनाम की यात्रा की थी. बाइडेन की यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर सहमति दी थी.
कम्युनिस्ट देश होने के बावजूद वियतनाम के चीन के साथ संबंध बहुत अच्छे नहीं रहे हैं. 1979 में दोनों के बीच एक जंग भी हुई थी. इतना ही नहीं, दक्षिण चीन सागर पर भी दोनों के बीच विवाद हैं. फिलिपींस, मलेशिया, ब्रूनेई और ताइवान के अलावा वियतनाम भी उन देशों में है, जो दक्षिण चीन सागर पर दावा करता है.
जिनपिंग का ये दौरा इसलिए भी खास है क्योंकि वियतनाम की नजदीकी अमेरिका से पहले के मुकाबले ज्यादा बढ़ने लगी है. इसके अलावा भारत से भी उसके कारोबारी रिश्ते बढ़ रहे हैं. ये दोनों बातें जिनपिंग के लिए चिंता बढ़ाने वाली हैं.
जिनपिंग से पहले हाल ही में चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने भी वियतनाम का दौरा किया था. उस दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच ट्रेड कनेक्टिविटी और रेलवे लिंक को अपग्रेड करने का प्रस्ताव रखा गया था.