
चाइना मिनिस्ट्री ऑफ नेशनल डिफेंस का दावा है कि सैन्य कमांडर स्तर पर 9वें दौर की बातचीत के बाद बनी सहमति पर अमल शुरू हो गया है. पैंगोंग झील के दक्षिण और उत्तर तट से चीनी और भारतीय सैनिक अब पीछे हट रहे हैं.
चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने चीन के रक्षा मंत्रालय का हवाला देते हुए कहा कि बुधवार को सैन्य वार्ता में बनी सहमति के बाद चीन और भारतीय सेना के जवान दक्षिण और उत्तरी पैंगोंग त्सो झील से वापस लौटना शुरू कर दिया है.
Chinese and #Indian border troops on the southern and northern shores of #Pangong Lake began disengagement as planned on Wednesday according to the consensus reached during the ninth round of military commander-level talks: China's Ministry of National Defense pic.twitter.com/Af6NhoFjz3
— Global Times (@globaltimesnews) February 10, 2021सूत्रों के मुताबिक, जो सहमति बनी है, उसमें फिंगर 4 में दोनों ओर से पेंट्रोलिंग नहीं होगी. फिंगर 4 को नो पेट्रोलिंग जोन घोषित किया गया है. ये चरणबद्ध तरीके से किया जाना है. अब चीनी सेना फिंगर 8 की तरफ और भारतीय सेना धन सिंह थापा पोस्ट (फिंगर 2 से फिंगर 3) की ओर लौट रही है
बता दें कि दोनों देशों के बीच पिछले साल मई में तनाव तब शुरू हुआ जब पैंगोंग झील पर चीनी सेना ने अपना दावा बढ़ाना चाहा. इस दौरान दोनों सेनाओं के बीच झड़प भी हुई थी.
15 जून 2020 को गलवान घाटी में चीनी सेना ने विश्वासघात करते हुए पेट्रोलिंग पर गई भारतीय सेना पर हमला कर दिया. भारतीय सेना ने इस हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया. इस हमले में भारत के 20 जवानों ने बलिदान दिया. चीन के कई जवान मारे गए, उसने इस बात को स्वीकार किया, लेकिन मारे गए जवानों की संख्या बताने में चीन चुप्पी साध गया.
इसके बाद से दोनों तरफ से पूर्वी लद्दाख में सेना और हथियारों की भारी तैनाती की गई. भारत ने आर्टिलरी गन, टैंक, हथियारबंद वाहन सीमा पर तैनात कर रखे हैं. दोनों देशों के बीच 8 राउंड की वार्ता में गतिरोध का समाधान नहीं निकल पाया था. अब 9वें दौर की बातचीत में ये सहमति बनी है.