
चीन की राजधानी बीजिंग में ओलंपिक की मशाल जल चुकी है. भारत के साथ गलवान घाटी में हुई झड़प में जख्मी हुए एक चीनी कमांडर को चीन ने शीतकालीन ओलंपिक 2022 (Winter Olympics 2022) में मशालवाहक (torchbearer) बनाया है. चीनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी में झिंजियांग मिलिट्री कमांड के कमांडर क्वी फैबाओ ने बुधवार को ओलंपिक की मशाल चार बार के ओलंपिक शॉर्ट ट्रैक स्पीड स्केटिंग चैंपियन वांग मेंग से मशाल ली.
चीन के प्रमुख अखबार, ग्लोबल टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, क्वी को गलवान घाटी में भारतीय सेना से झड़प के समय सिर में गंभीर चोट लगी थी. ग्लोबल टाइम्स ने क्वी को हीरो कहकर संबोधित किया है.
क्या हुआ था गलवान में?
साल 2020 में 15-16 जून की रात में भारतीय और चीनी सेना के बीच गलवान घाटी में एलएसी पर हिंसक झड़प हुई थी. भारत की तरफ से इस झड़प में एक कमांडर समेत 20 सैनिकों की मौत हुई थी. हालांकि, चीन के कितने सैनिक मारे गए, इसे लेकर चीन ने कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी.
भारत की तरफ से दावा किया गया कि इस झड़प में चीनी सैनिक भी हताहत हुए हैं. बाद में चीन ने कहा कि उसके 4 सैनिक गलवान में मारे गए थे.
शीतकालीन ओलंपिक में 1200 टॉर्चबियरर
शीतकालीन ओलंपिक खेलों के लिए चीन में लगभग 1,200 टॉर्चबियरर हैं. पैरालंपिक खेलों के लिए भी लगभग 600 टॉर्चबियरर हैं. इन टॉर्चबियरर में सबसे बुजुर्ग 86 साल का एक व्यक्ति है और सबसे छोटा 14 साल का लड़का है.
चीन में आयोजित विंटर ओलंपिक का थीम है, 'Let Us meet at the rendezvous of ice and snow; let us run towards a shared, brighter future (जहां शांति, शांति से मिलती है, आइए हम वहीं मिलें; आइए हम एक साझा, उज्जवल भविष्य की ओर दौड़ें). ओलंपिक मशाल रिले की मेजबानी 2 से 4 फरवरी तक तीन कंपटीशन जोन में की जाएगी.
4 फरवरी को ओलंपिक की मशाल लगभग 1,200 टॉर्चबियरर द्वारा रिले किए जाने के बाद चीन के राष्ट्रीय स्टेडियम में पहुंचेगी. इसी के साथ ही बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक 2022 की शुरुआत होगी.