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सिंगापुर: चीनी मूल की महिला ने भारतीय अम्मा के नाम पर की 6 करोड़ की ठगी, हुई 10 साल जेल की सजा

चीनी मूल की सिंगापुरी महिला को भारत की श्री शक्ति नारायणी अम्मा में आस्था रखने वाले अपने अनुयायियों को धोखा देने के आरोप में जेल भेजा गया है. उसने अपने अनुयायियों से कहा था कि यह पैसा गाय खरीदने, मंदिर और स्कूल बनाने के लिए भारत भेजा जाएगा.

आरोपी महिला को कोर्ट ने सुनाई 10 साल जेल की सजा (प्रतीकात्मक तस्वीर) आरोपी महिला को कोर्ट ने सुनाई 10 साल जेल की सजा (प्रतीकात्मक तस्वीर)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 20 जून 2024,
  • अपडेटेड 8:36 AM IST

सिंगापुर में एक चीनी मूल की महिला को अपने "आध्यात्मिक" अनुयायियों का ब्रेनवॉश करने और उनसे 7 मिलियन सिंगापुरी डॉलर (6 करोड़ रुपये से अधिक) की ठगी करने के आरोप में साढ़े 10 साल की जेल की सजा सुनाई गई है. महिला अपने अनुयायियों से कहती थी कि यह पैसा गाय खरीदने, मंदिर और स्कूल बनाने के लिए भारत भेजा जाएगा.

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54 वर्षीय वू मे हो ने धोखाधड़ी और भावनाओं को चोट पहुंचाने सहित पांच आरोपों में दोषी पाया गया है, जबकि अन्य 45 आरोपों पर अभी सुनवाई जारी है. 54 वर्षीय चीनी मूल की सिंगापुरी महिला वू मे हो 2012 से लगभग 8 सालों तक (2012 से) 30 अनुयायियों के समूह की अगुवाई करती थीं. ये अनुयायी एक भारतीय आध्यात्मिक श्री शक्ति नारायणी अम्मा में विश्वास रखते थे.

अम्मा के नाम पर धमकी देकर ठगी

चैनल न्यूज एशिया की रिपोर्ट के अनुसार, वू ने अपने अनुयायियों को सिखाया कि उन्हें अपने "बुरे कर्मों" का प्रायश्चित करना होगा और अपने "अच्छे कर्मों" को बढ़ाना होगा ताकि उनका स्वास्थ्य बेहतर हो सके . वू अनुयायियों से कहती थीं कि उन्हें भारत में अम्मा को पैसा भेजना होगा, जिससे उनके बुरे कर्म दूर हो सके.

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मीडिया की एक तस्वीर में साड़ी पहने वू ने अपने अनुयायियों को उनके पास कितना पैसा है इसकी जानकारी सार्वजनिक करने के लिए राजी कर लिया था, और धमकी दी थी कि अगर अनुयायी उसे पैसे सौंपने से पहले झूठ बोलेंगे तो उन्हें देवताओं द्वारा दंडित किया जाएगा.

उसने अपने "आध्यात्मिक" अनुयायियों को यह विश्वास दिलाकर धोखा दिया कि वह एक देवता का रूप है और उसकी आज्ञा का पालन नहीं करने पर उन्हें क्रूर दंड दिया जाएगा, जिसमें मल खाने के लिए मजबूर करना और उनके दांत उखाड़ना शामिल था.

खुद को बताती थीं देवता का अवतार

वू ने अपने अनुयायियों को उनके नियमित और लंबे आध्यात्मिक सत्रों के दौरान आश्वस्त किया कि वह एक देवता का अवतार है जो देवताओं और आत्माओं से संवाद कर सकती है. उसने अनुयायियों से कहा था कि वह उसे "भगवान" कहें. वू ने अपने अनुयायियों को "पूजा के एक रूप" में  घर, कोंडोमिनियम और कार खरीदने का भी आदेश दिया, जिसका इस्तेमाल उसने खुद के लिए किया.

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 ठगे 6 करोड़ से ज्यादा

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कुल मिलाकर, उसने 2012 और 2020 के बीच अपने अनुयायियों को सीधे तौर पर 7 मिलियन सिंगापुर डॉलर (6 करोड़ 17 लाख से ज्यादा रुपये) की ठगी की. उसने वित्तीय संस्थानों से 6.6 मिलियन सिंगापुर डॉलर का और लोन लेने के लिए उन्हें धोखा दिया. रिपोर्ट में कहा गया है कि अब तक उसने 675,000 सिंगापुर डॉलर की क्षतिपूर्ति की है.

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