Advertisement

'चीन को नीचा दिखाने के लिए...' भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी देख घबराया ग्लोबल टाइम्स, कह दी ऐसी बात

भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ती जा रही है और यह पिछले दो सालों से विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था बनी हुई है. भारतीय अर्थव्यवस्था ने चीनी अर्थव्यवस्था की विकास गति को पीछे छोड़ दिया है. दोनों अर्थव्यवस्थाओं के बीच तुलना भी की जा रही है जिसे लेकर चीन का सरकारी अखबार बौखला गया है.

भारतीय अर्थव्यवस्था चीनी अर्थव्यवस्था से काफी आगे चल रही है (Photo- Reuters/AFP) भारतीय अर्थव्यवस्था चीनी अर्थव्यवस्था से काफी आगे चल रही है (Photo- Reuters/AFP)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 14 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 2:51 PM IST

भारत की अर्थव्यवस्था पिछले दो सालों से विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था बनी हुई है और माना जा रहा है कि 2024 में भी यह शीर्ष पर बनी रहेगी. वहीं, भारत के मुकाबले चीन की अर्थव्यवस्था में मंदी आ रही है. इस साल भारत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर चीन के मुकाबले 4-5% ज्यादा रहने वाली है. चीन के साथ भारतीय अर्थव्यवस्था की इस तुलना से चीन का सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स भड़क गया है. चीनी कम्यूनिस्ट पार्टी का मुखपत्र समझे जाने वाले ग्लोबल टाइम्स का कहना है कि भारत और चीन की अर्थव्यवस्था के बीच किसी तरह की तुलना करना ही गलत है.

Advertisement

चीनी अखबार का कहना है कि अमेरिकी दबाव के प्रभाव में चीनी और भारतीय अर्थव्यवस्थाओं के बीच तुलना आकर्षक विषय बन गया है.

रिपोर्ट में लिखा गया, 'इस तरह की तुलना आकर्षित करने वाली हो सकती है लेकिन दोनों देशों के विकास चरण अलग-अलग हैं. दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं की तुलना करना दिखाता है कि लोगों में दोनों अर्थव्यवस्थाओं की समझ की कमी है.'

ग्लोबल टाइम्स ने एक भारतीय अखबार में छपे एक लेख का जिक्र करते हुए कहा है कि लेख का अधिकांश भाग भारत की आर्थिक संभावनाओं के बारे में है लेकिन शीर्षक में चीन और भारत के बीच सीधी तुलना की गई है. दरअसल, भारचीय अखबार ने अपने लेख को शीर्षक दिया था- 'भारत विकास कर रहा, चीन धीमा पड़ रहा.' 

ग्लोबल टाइम्स ने अपने लेख में लिखा, 'भारतीय अखबार का लेख यह दिखाता है कि भारत की आर्थिक उपलब्धियों को लेकर एक आत्मसंतुष्टि है और चीन के आर्थिक वृद्धि को बदनाम करने का इरादा है.'

Advertisement

भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी की तारीफ

हालांकि, ग्लोबल टाइम्स ने अपने लेख में भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी को स्वीकार किया है.

अखबार लिखता है, 'इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि इस साल भारत की आर्थिक वृद्धि प्रभावशाली रही है, खासकर जब पूरे विश्व में मंदी छाई है. आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत की जीडीपी में उम्मीद से कहीं अधिक तेजी से 7.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. यह वृद्धि सभी अनुमानों से परे हैं. भारतीय रिजर्व बैंक ने भी 6.5 प्रतिशत वृद्धि का ही अनुमान लगाया था.'

'जो लोग जानबूझकर चीन को नीचा...'

चीनी अखबार ने अपनी रिपोर्ट में आगे लिखा कि जो लोग जानबूझकर चीन को नीचा दिखाने के लिए भारत का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें निराशा होगी क्योंकि चीन और भारत के बीच तथाकथित प्रतिस्पर्धा रिंग में दो मुक्केबाजों के बीच की लड़ाई नहीं है. अगर उन्हें लगता है कि यह रिंग की लड़ाई है तो उन्हें सबसे पहले दोनों खिलाड़ियों के वजन के आकलन की सलाह दी जाती है. हम इस दो अलग-अलग प्रतियोगित मानते हैं जहां दोनों देश अलग-अलग लक्ष्यों के साथ कड़ी मेहनत कर रहे हैं.'


ग्लोबल टाइम्स अपने लेख में लिखा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास प्रक्रिया में कुछ चीजें हो सकती हैं, जिनसे चीन सीख ले सकता है.

TOPICS:
Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement