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महिलाओं के खतना को लेकर पोप फ्रांसिस का बड़ा बयान

महिलाओं की खतना कुप्रथा को लेकर पोप फ्रांसिस ने कहा कि यह एक अपराध है और हमें महिलाओं के लिए लड़ाई को जारी रखनी होगी. पोप फ्रांसिस ने कहा कि आज के समय में भी महिलाओं को कई समाज में पुरुषों की तुलना में काफी कम समझा जाता है, जबकि ईश्वर ने दोनों को समान बनाया है.

फोटो- पोप फ्रांसिस फोटो- पोप फ्रांसिस
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 07 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 1:52 PM IST

दुनिया में सबसे बड़े ईसाई धर्मगुरु और वेटिकन चर्च के मुख्य पादरी पोप फ्रांसिस ने महिलाओं के खतना को अपराध बताया है. पोप फ्रांसिस ने कहा कि किसी भी महिला का खतना कराना एक अपराध है. उन्होंने कहा कि समाज की भलाई के लिए महिलाओं के अधिकारों, लैंगिक समानता और उन्हें समान अवसर दिलाने की लड़ाई जारी रहनी चाहिए. 

खतना को FGM (फीमेल जेनिटल म्यूटिलेशन) भी कहा जाता है. खतना वह प्रक्रिया है जिसमें बिना किसी कारण महिला के जननांग के बाहरी हिस्से को पूर्णतः या आंशिक रूप से काटकर अलग कर दिया जाता है. कई रूढ़िवादी लोगों का मानना है कि महिलाओं की यौन इच्छा को दबाने के लिए खतना जरूरी है.

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बहरीन यात्रा के दौरान खतना के सवाल पर जवाब देते हुए पोप फ्रांसिस ने कहा कि यह बहुत डरावनी बात है कि आज भी ऐसी चीजों को रोकने के लिए मानवता सक्षम नहीं है. पोप फ्रांसिस ने आगे कहा कि ना सिर्फ एक अपराध है, बल्कि एक आपराधिक कृत्य है. 

दरअसल, पोप फ्रांसिस से हिजाब न पहनने को लेकर 22 साल की ईरानी लड़की महसा अमीनी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस कस्टडी में मौत के बारे सवाल किया गया था. पोप ने इस सवाल का सीधा जवाब नहीं देते हुए बताया कि आज भी दुनिया की कई संस्कृतियों में महिलाओं को पुरुषों की तुलना में काफी कम आंका जाता है. 

ईश्वर ने दोनों को एक समान बनाया है
पोप ने कहा कि महिलाओं के लिए इस लड़ाई को जारी रखने की जरूरत है, क्योंकि वे ईश्वर से मिला एक तोहफा हैं. पोप ने कहा कि ईश्वर ने पुरुष और महिला, दोनों को समान बनाया है.

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पोप फ्रांसिस ने आगे कहा कि उन्होंने वेटिकन में देखा है कि जब भी कोई महिला काम शुरू करती है तो चीजों में सुधार आता है. पोप फ्रांसिस ने कहा कि जो समाज महिलाओं के सार्वजनिक जीवन को खत्म करता है, वह समाज खराब तरह से आगे बढ़ता है.

महिलाओं को लेकर पोप फ्रांसिस की उदार छवि
वेटिकन चर्च में पोप फ्रांसिस के कार्यकाल के बाद महिलाओं को किसी भी फैसले लेने के लिए सबसे ज्यादा ताकत दी गई है. पोप फ्रांसिस से पहले अहम फैसलों में महिलाओं के शामिल होने का स्तर कम हमेशा कम रहा है, लेकिन पोप फ्रांसिस ने इस बदलाव की शुरुआत की. पोप फ्रांसिस ने अपने कार्यकाल में महिलाओं को कई अच्छे पदों पर पहुंचाया, जिनमें कई तो काफी जिम्मदारी वाले पद भी हैं. 

चर्चा में रहा पोर्न को लेकर पोप फ्रांसिस का बयान 
हाल ही में पोप फ्रांसिस ने पोर्न फिल्मों को लेकर ऐसा बयान दिया, जो चर्चा में रहा था. पोप फ्रांसिस ने कहा था कि वर्तमान में काफी संख्या में लोग डिजिटल पोर्न देख रहे हैं, जिनमें पादरी और नन तक शामिल हैं. पोप फ्रांसिस ने पादरी बनने के लिए रोम में पढ़ाई कर रहे छात्रों से कहा था कि पोर्न देखना काफी गलत है, इससे इंसान के मन में शैतान आता है. ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने कहा था कि जिस साफ दिल में जीजस रहते हों, वह कभी इस तरह की चीजें नहीं देखेगा.

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पोप फ्रांसिस ने वहां मौजूद सभी लोगों को सलाह देते हुए कहा था कि इस तरह की सभी चीजों को अपने फोन से डिलीट कर दीजिए, जिससे मन में प्रलोभन आने का कोई जरिया आपके हाथ में न रहे. पोप फ्रांसिस ने कहा था कि इस तरह की चीजों से इंसान की आत्मा कमजोर हो जाती हैं. 

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