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दुनिया का पहला ऐसा केस, Climate Change 'बीमारी' से पीड़ित हुई महिला!

कनाडा में एक 70 साल की बुजुर्ग महिला को क्लाइमेट चेंज से पीड़ित पहला मरीज माना जा रहा है. बताया जा रहा है कि महिला को गर्मियों में पहले सांस लेने के में दिक्कत हुई थी और उन्हें लू भी लग गई. जिसकी वजह से उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया.

लू लगने से बुजुर्ग महिला की तबियत बिगड़ी (Photo: AP) लू लगने से बुजुर्ग महिला की तबियत बिगड़ी (Photo: AP)
aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 09 नवंबर 2021,
  • अपडेटेड 6:01 PM IST
  • जलवायु परिवर्तन से बीमार होने वाली पहली मरीज
  • कनाडा में 70 साल की महिला को सांस लेने में परेशानी
  • डॉक्टर्स ने पहली बार क्लाइमेट चेंज शब्द का इस्तेमाल किया

जलवायु परिवर्तन यानी क्लाइमेट चेंज के बारे में हम अकसर सुनते और चर्चा करते हैं. बावजूद इसके हम इसे इतनी गंभीरता से नहीं लेते जितना कि हमें लेना चाहिए.

यह परिवर्तन अब मानव जीवन के हर पहलू के लिए खतरा बनता जा रहा है. इस पर जल्द से जल्द गंभीरता से ध्यान नहीं दिया गया तो मानव यह जीवन के लिए बड़ा संकट खड़ा कर देगा.

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कनाडा में एक 70 साल की बुजुर्ग महिला को क्लाइमेट चेंज से पीड़ित पहला मरीज माना जा रहा है. बताया जा रहा है कि महिला को गर्मियों में पहले सांस लेने में दिक्कत हुई थी और उन्हें लू भी लग गई. जिसकी वजह से उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया. 

70 साल की बुजुर्ग महिला क्लाइमेट चेंज की पहली मरीज

बुजुर्ग महिला का इलाज कर रही डॉक्टर काइल मेरिट ने अपनी डाइग्नोसिस डिटेल्स रिपोर्ट में लिखा कि 10 साल में यह पहला मौका है, जब उन्हें लगा कि इस पेशेंट की बीमारी की असली वजह जलवायु परिवर्तन यानी क्लाइमेट चेंज है. ब्रिटिश कोलंबिया में लू से कम से कम 233 लोगों की मौत हो गई. हालांकि पिछले दिनों ग्लास्गो में हुए  COP -26 में क्लाइमेट समिट में भी ग्लोबल टेम्परेचर और एक्सट्रीम हीट वेब्स का मामला उठा था. 

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ब्रिटिश कोलंबिया में लू से 233 लोगों की मौत हुई

जलवायु परिवर्तन की वजह से धरती का तापमान दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है. डॉक्टर मेरिट का कहना है कि सिर्फ मरीजों का इलाज करने के बजाए हमें उन कारणों की पहचान करनी चाहिए जिनकी सख्त जरूरत है. कनाडा के स्थानीय दैनिक अखबार 'टाइम्स कॉलमनिस्ट' के मुताबित  ब्रिटिश कोलंबिया में लोगों ने इस साल भयानक लू की स्थिति का सामना करना पड़ा. हवा की गुणवत्ता अगले 2-3 महीनों के लिए 40 गुना अधिक खराब हो गई. ब्रिटिश कोलंबिया में लू से कम से कम 233 लोगों की मौत हुई है. 

दुनिया के लिए क्लाइमेट चेंज बना बड़ा संकट

ब्रिटिश कोलंबिया के नेल्सन ने इस मामले के सामने आने के बाद सभी डॉक्टरों और नर्सों ने प्लेनेटरी हेल्थ नाम का संगठन बनाया है. फिलहाल इसमें 40 हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स हैं. साथ ही इस ग्रुप ने अपना ट्विटर पेज भी तैयार किया है. डॉक्टर मेरिट का कहना है कि लोगों ने पर्यावरण को हो रहे नुकसान या इसमें तेजी से आ रही गिरावट को लेकर गंभीरता दिखाई है. लेकिन इसके लिए जन जन को जागरूक करने की जरूरत है. तभी इस संकट से निपटा जा सकेगा. 

 

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