
कम्युनिज्म (साम्यवाद) और संयुक्त राज्य अमेरिका का एक साथ चलने का विचार लगभग अकल्पनीय है. इन दोनों का एक साथ चलना और एक साथ अस्तित्व में रहना अपने आप में एक विरोधाभास हो सकता है. साम्यवाद जिसे अब एक पुरातन आंदोलन या विचारधारा माना जाता है, उसने एक बार फिर इस पूंजीवादी देश (अमेरिका) में सिर उठाया है. नवगठित रिवोल्यूशनरी कम्युनिस्ट ऑफ अमेरिका (RCA) ने रविवार को फिलाडेल्फिया में अपनी पहली कांग्रेस (सभा) आयोजित की.
दरअसल, रिवोल्यूशनरी कम्युनिस्ट एक वैश्विक आंदोलन है, जो कई देशों में सक्रिय है. अब अमेरिका में भी इसकी शुरुआत हुई है. सभा के बाद, लगभग 500 आरसीए सदस्यों ने हथौड़े और दरांती सिंबल वाले लाल झंडे दिखाते हुए फिलाडेल्फिया की सड़कों पर मार्च किया. जैसे-जैसे मार्च आगे बढ़ा, 'क्लास वॉर 2024' (वर्ग संघर्ष) का नारा गूंज उठा. आरसीए के मार्च वीडियो पर एलन मस्क से एक छोटी लेकिन कड़ी प्रतिक्रिया दी.
आरसीए ने अरबपतियों को परजीवी बताया
आरसीए ने अपने हैंडल से मार्च का वीडियो शेयर किया, जिसके कैप्शन में लिखा था, 'अरबपति परजीवी हैं' (Billionaires are Parasites). एलन मस्क ने आरसीए मार्च के वीडियो कैप्शन पर हैरानी जतायी और कॉमेंट सेक्शन में एक एक्सक्लेमेटरी मार्क (विस्मयादिबोधक चिह्न !) पोस्ट किया. बता दें कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'X' के मालिक एलन मस्क हैं, जिनकी गिनती दुनिया के सबसे अमीर उद्योगपतियों में होती है. शायद एक बिलेनियर के स्वामित्व वाले प्लेटफार्म पर अरबपतियों को 'परजीवी' कहने पर एलन मस्क ने यह प्रतिक्रिया दी होगी.
एलन मस्क ने RCA के पास्ट पर ली चुटकी
एलन मस्क रिवोल्यूशनरी कम्युनिस्ट ऑफ अमेरिका के पोस्ट पर एक्सक्लेमेटरी मार्क से प्रतिक्रिया देकर शायद यह कहना चाहते थे कि टिप्पणी के लिए उनके पास शब्द नहीं हैं. शायद वह कम्युनिस्ट पार्टी की चुटकी भी ले रहे थे. एक्स पर एक अन्य पोस्ट में आरसीए ने लिखा, 'उस पार्टी के साथ जुड़ें जो आपके जीवनकाल में ही पूंजीवाद को उखाड़ फेंकेगी.' जब एक यूजर ने आरोप लगाया गया कि रिवोल्यूशनरी कम्युनिस्ट ऑफ अमेरिका के सदस्य डेमोक्रेट्स के लिए वोट करेंगे, तो आरसीए हैंडल ने जवाब दिया, 'नहीं. डेमोक्रेट और रिपब्लिकन दोनों अरबपतियों की पार्टियां हैं. इसीलिए हमने आज एक नई पार्टी की स्थापना की है.'
साम्यवाद और अमेरिका, चाहे एक-दूसरे से कितने भी अलग क्यों न हों, इसका मतलब यह नहीं है कि इस पूंजीवादी राष्ट्र पर कार्ल मार्क्स की फिलॉसफी का कोई प्रभाव नहीं देखा गया है. 20वीं सदी की शुरुआत में, अमेरिका में कम्युनिस्ट पार्टी यूएसए का उदय हुआ, जिसने श्रमिक आंदोलनों और सिविल राइट्स एक्टिविज्म में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. वोल्यूशनरी कम्युनिस्ट ऑफ अमेरिका की स्थापना इसी साल फरवरी में हुई थी. पूरे अमेरिका से कॉमरेड पार्टी के स्थापना समारोह में एकत्रित हुए थे.