
चेक गणराज्य की अदालत ने 52 वर्षीय भारतीय व्यक्ति निखिल गुप्ता के संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है. निखिल पर अमेरिकी संघीय अभियोजकों ने न्यूयॉर्क में रहने वाले खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की असफल साजिश में भारत सरकार के एक अधिकारी के साथ सहयोग करने का आरोप लगाया था.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, मंत्रालय के प्रवक्ता का कहना है कि निखिल गुप्ता के प्रत्यर्पण पर अंतिम निर्णय न्याय मंत्री पावेल ब्लेज़ेक पर निर्भर था. प्रवक्ता ने कहा कि अगर मंत्री को निचली अदालत के फैसलों पर संदेह है तो उनके पास सुप्रीम कोर्ट का रुख करने के लिए तीन महीने का समय है.
प्राग उच्च न्यायालय ने निचली अदालत के फैसले को चुनौती देने वाली निखिल गुप्ता की याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें फैसला सुनाया गया था कि प्रत्यर्पण की अनुमति है.
30 जून को निखिल गुप्ता हुआ था गिरफ्तार
52 वर्षीय भारतीय नागरिक को अमेरिका के अनुरोध पर 30 जून को चेक गणराज्य में गिरफ्तार किया गया था, जिसने उस पर पन्नू की हत्या की योजना में शामिल होने का आरोप लगाया था. प्राग उच्च न्यायालय के एक प्रवक्ता ने तत्काल टिप्पणी से इनकार कर दिया. चेक गणराज्य अतीत में अमेरिकी प्रत्यर्पण अनुरोधों पर सहमत हो चुका है. वहीं, निखिल गुप्ता के वकील ने टिप्पणी के अनुरोध का तुरंत जवाब नहीं दिया.
अमेरिकी संघीय अभियोजकों ने निखिल गुप्ता पर पैसों के लिए हत्या करने और हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है. इस मामले में कम से कम 10 साल की सजा का प्रावधान है.
निखिल गुप्ता पर लगे हैं ये आरोप
अमेरिकी संघीय अभियोजकों ने निखिल गुप्ता पर उत्तरी भारत में एक संप्रभु सिख राज्य की मांग करने वाले न्यूयॉर्क शहर के एक निवासी की हत्या की साजिश पर भारत सरकार के एक अधिकारी के साथ मिलकर काम करने का आरोप लगाया है. चेक न्यूज वेबसाइट ने वकील के हवाले से कहा कि वह मंत्री से गुप्ता का प्रत्यर्पण न करने को कहेंगे और मामले को संवैधानिक अदालत में भी ले जाएंगे.