
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर दो देशों मालदीव और श्रीलंका दौरे पर हैं. इस दौरान श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने पीएम मोदी का आभार जताया है. इसके अलावा श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर सनथ जयसूर्या भी जयशंकर को धन्यवाद दिया है.
श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने कहा, "यह कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं है कि आवश्यक वस्तुओं के आयात के लिए भारत से जो भारी क्रेडिट लोन मिला, उसकी वजह से हम आर्थिक रूप से स्थिर होने में सक्षम हो पाए थे. इसके लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करता हूं."
श्रीलंका 2022 की शुरुआत से गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है. भारत ने पिछले साल मुश्किल वक्त में श्रीलंका को लगभग 4 अरब डॉलर की वित्तीय मदद की थी. इसके अलावा भारत ने श्रीलंका को 90 करोड़ अमेरिकी डॉलर का ऋण भी दिया था.
श्रीलंका के राष्ट्रपति से मुलाकात
दो देशों की अधिकारिक यात्रा के दौरान एस जयशंकर मालदीव दौरा करने के बाद गुरुवार को श्रीलंका पहुंचे. यहां उन्होंने राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे सहित शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की. इसके अलावा उन्होंने श्रीलंका के विदेश मंत्री से आपसी और क्षेत्रीय हितों से जुड़े मामलों पर चर्चा की.
श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने कहा कि आवश्यक वस्तुओं के आयात के लिए क्रेडिट के रूप में भारत से मिले लगभग 4 अरब डॉलर की वित्तीय सहायता से देश में कुछ स्थिरता आई है.
भारत हमेशा श्रीलंका के साथ
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट करते हुए कहा, "आज शाम कोलंबो में विदेश मंत्री अली साबरी और अन्य मंत्रिस्तरीय सहयोगियों के साथ एक अच्छी बैठक हुई. इस बैठक में बुनियादी ढांचे, कनेक्टिविटी, ऊर्जा, उद्योग और स्वास्थ्य सहयोग पर चर्चा की. एस जयशंकर और श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणावर्धने के बीच भी मुलाकात निर्धारित है.
इससे पहले विदेश मंत्रालय ने कहा था कि श्रीलंका भारत का पड़ोसी और एक करीबी दोस्त है. भारत हमेशा श्रीलंका के लोगों के साथ खड़ा है.
पूर्व क्रिकेटर सनथ जयसूर्या ने जयशंकर को धन्यवाद दिया
श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर सनथ जयसूर्या ने श्रीलंका में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर को धन्यवाद दिया. जयसूर्या ने ट्वीट करते हुए लिखा, "भारतीय टूरिस्ट को श्रीलंका आने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए भारत के विदेश मंत्री का धन्यवाद. भविष्य में साथ काम करने की आशा है."
कोलंबो में प्रेस से बात करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि पर्यटन श्रीलंकन इकोनॉमी के लिए जीवनदायी (lifeblood) है. भारतीय पर्यटक यहां आने के बाद बहुत ही पॉजिटीव सेंटिमेंट से श्रीलंका के लिए भावनाओं को व्यक्त करते हैं. लेकिन इसे और स्थायी बनाने के लिए हम और भी कई कदम उठा सकते हैं. इसलिए कनेक्टिविटी को मजबूत करना हमारे लिए उच्च प्राथमिकता है.