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Corona cases in america: अमेरिका में कोरोना के डेल्टा वैरिएंट की तुलना में ओमिक्रॉन से ज्यादा मौतें

दुनियाभर में ओमिक्रॉन तेजी से फेल रहा है. अमेरिका में हाल ही में संक्रमण की वजह से एक दिन में 2,267 लोगों की मौत हुई है. यह संख्या कोरोना के डेल्टा वैरिएंट में आए पीक के दिनों में 24 घंटे के अंदर हुई मौतों से काफी ज्यादा है.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
aajtak.in
  • वॉशिंगटन,
  • 29 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 9:15 AM IST
  • कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा मौतें अमेरिका में
  • डेल्टा वैरिएंट के पीक में भी नहीं हुई थीं इतनी मौतें

अमेरिका में कोरोना संक्रमण का कहर जारी है. दुनियाभर में तेजी से पैर पसारने वाले कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट ने अमेरिकी प्रशासन की चिंता को और बढ़ा दिया है. यहां डेल्टा वैरिएंट की तुलना में ओमिक्रॉन वैरिएंट से ज्यादा मौतें हो रही हैं. अमेरिकी प्रशासन ने आने वाले दिनों में इसके और ज्यादा बढ़ने की आशंका जताई है. 

आंकड़ों पर नजर डालें तो अमेरिकी में ओमिक्रॉन, डेल्टा की तुलना में कहीं ज्यादा तबाही मचाता नजर आ रहा है. ओमिक्रॉन वैरिएंट के फैलने के बाद अमेरिका में नवंबर 2021 से रोजोना होने वाली मौत का आंकड़ा बढ़ने की शुरुआत हो गई थी.

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गुरुवार को US में संक्रमण के चलते 2,267 लोगों की मौत हुई है. यह आंकड़ा डेल्टा वैरिएंट के पीक पर होने वाली मौतों से कहीं ज्यादा है. क्योंकि अमेरिका में सितंबर 2021 में जब डेल्टा वैरिएंट के केस पीक पर थे, तब भी एक दिन में सबसे ज्यादा 2,100 केस सामने आए थे.  

अमेरिका में अब संक्रमण के ज्यादातर मामलों को ओमिक्रॉन से ही जोड़कर देखा जा रहा है. पिछली रिसर्च रिपोर्ट्स में भले ही ओमिक्रॉन को कम गंभीर बताया गया हो, लेकिन सच्चाई यह है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट दूसरे वैरिएंट के मुकाबले ज्यादा लोगों को बीमार कर रहा है. बता दें कि कोरोना संक्रमण से मौतों के मामले में दुनिया में अमेरिका पहले स्थान पर है. यहां संक्रमण से 8.78 लाख लोगों की मौत हो चुकी है.

अमेरिका के इरविन शहर की कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर एंड्रयू नोयमर के मुताबिक ओमिक्रॉन अमेरिका में एक लाख से ज्यादा मौतों का कारण बनेगा. उन्होंने कहा कि जब ओमिक्रॉन का असर कम होने लगेगा, तब इस पर बात होगी कि हम क्या अलग कर सकते थे. ताकी इन मौतों को रोका जा सकता. उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन के लक्षण ज्यादातर हल्के होते हैं. कुछ संक्रमित लोगों में तो लक्षण ही नजर नहीं आते. लेकिन यह फ्लू की तरह घातक हो सकता है. ज्यादा उम्र के लोगों के लिए यह जानलेवा हो सकता है.

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अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के डायरेक्टर डॉ. रोशेल वालेंस्की ने ओमिक्रॉन को लेकर अलर्ट जारी किया था. उन्होंने कहा था कि हल्के लक्षण का मतलब यह नहीं होता कि लोगों को निश्चिंत हो जाना चाहिए. चक कुलोटा नाम के एक व्यक्ति का उदाहरण देते हुए वालेंस्की ने ओमिक्रॉन की भयावहता को बताया था. उन्होंने कहा था कि मिलफोर्ड के डेलावेयर में रहने वाला चक (50) अपना व्यवसाय करता था. वह एकदम स्वस्थ्य व्यक्ति था. क्रिसमस के पहले वह कोरोवा के ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित हो गया. एक हफ्ते से भी कम समय में 31 दिसंबर को चक की मौत हो गई.

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