
चीन के वुहान में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है. अब तक चीन में 300 से ज्यादा लोग इस वायरस की चपेट में आकर मौत के मुंह में समा गए हैं. लोग अपनी जान बचाने के लिए चीन छोड़ रहे हैं लेकिन चीन के साथ एकजुटता दिखाने के लिए पाकिस्तान अपने नागरिकों को वहां से बाहर नहीं निकाल रहा है. पाकिस्तान सरकार के इस कदम से वहां की आवाम परेशान है. वो उन्हें भारत सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों का हवाला देते हुए चीन से अपने नागरिकों का रेस्क्यू करने की अपील कर रहे हैं.
जाहिर है भारत सरकार ने शनिवार को वुहान में रह रहे 324 भारतीय नागरिकों का रेस्क्यू कर उन्हें एअर इंडिया विमान से भारत वापस बुला लिया है. वहीं बार में 323 भारतीय नागरिकों को रविवार सुबह भारत वापस लाया गया है.
पाकिस्तानी नागरिक, भारतीय नागरिकों को भारत वापस लौटते देख इमरान सरकार की बेवकूफी पर हाथ मल रहे हैं. उन्हें समझ नहीं आ रहा वो क्या करें?
बता दें पाकिस्तान सरकार ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वो चीन के साथ अपनी एकजुटता दिखाने के लिए अपने नागरिकों को वापस नहीं बुलाएंगे.
पाकिस्तान के लोग सरकार के इस रवैये से परेशान हैं वो वीडियो जारी कर इमरान सरकार को भारत से सीखने की नसीहत दे रहे हैं.
ऐसे ही एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक पाकिस्तानी छात्र, भारतीय छात्रों को बस में बैठते हुए दिखा रहा है. इन छात्रों को बस से एयरपोर्ट ले जाया जा रहा है जिससे कि उसे चीन से बाहर निकाला जा रहा है. छात्र ने अभिवादन करते हुए कहा, 'अस्सलाम अलइकुम.. आप देख सकते हैं यहां बस के सामने जो छात्र खड़े दिख रहे हैं वो सभी भारतीय हैं. ये बस उन्हें लेने आई है. ये भारतीय दूतावास की तरफ से भेजी गई है. ये वुहान के विश्वविद्यालय में बस आई है जो इन्हें एयरपोर्ट लेकर जाएगी. वहां से इनको बाहर निकाला जाएगा. बांग्लादेश के नागरिक भी आज यहां से निकाले जाएंगे. एक हम हैं पाकिस्तानी जो यहां पर फंसे हुए हैं. जिनकी सरकार ये कहती है कि आप जियो या मरो वहीं रहो. आप भले ही वहां रहते हुए बीमारी से संक्रिमत हो जाओ न तो आपको कोई सुविधा देंगे, न ही बाहर निकालेंगे. शर्म करो पाकिस्तान. सीखो भारत से कुछ. सीखो को वो अपने लोगों का किस तरह से ख़्याल रखती है.'
इस तरह के और भी कई वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें पाकिस्तानी छात्र इमरान सरकार से उन्हें निकाले जाने की अपील कर रहे हैं.
बता दें, अभी तक कोरोना वायरस का कोई इलाज नहीं मिला है. ऐसे में चीन सरकार से एकजुटता दिखाने के नाम पर अपने नागरिकों की जान मुसीबत में डालना बेहद निंदनीय और शर्मनाक है.