
अमेरिकी की पुलिस ने एक ऐसे वांटेड अपराधी को पकड़ा है, जो यूएस कैपिटल दंगे में शामिल था और फरार चल रहा था. ये आरोपी पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के घर के पास पकड़ा गया है. उसके कब्जे से विस्फोटक और खतरनाक हथियार बरामद किए गए हैं. इस अपराधी को ओबामा के घर पहुंचने से पहले ही सीक्रेट सर्विस ने पकड़ लिया. हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि अपराधी की गिरफ्तारी के वक्त ओबामा का परिवार घर पर मौजूद था या नहीं.
मामला वाशिंगटन, डीसी का है. यहां सिएटल के 37 वर्षीय टेलर टारंटो को पकड़ा गया है. कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने बताया कि टारंटो को गुरुवार को बराक ओबामा के घर के पास से गिरफ्तार किया है. सीबीएस न्यूज ने बताया कि सीक्रेट सर्विस एजेंटों ने टारंटो को ओबामा के घर के पास देखा और उसका पीछा करना शुरू कर दिया. इस दौरान टारंटो ने ओबामा के आवास की ओर भागने का प्रयास किया, लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही उसे पकड़ लिया गया.
'विस्फोटक समेत पकड़ा गया अपराधी'
अधिकारियों को पास में टारंटो की वैन खड़ी मिली, जिसमें कई हथियार और विस्फोट करने वाली सामग्री मिली. जिनका उपयोग मोलोटोव कॉकटेल के समान विस्फोटक उपकरण बनाने के लिए किया जा सकता था. हालांकि, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, डिवाइस को असेंबल नहीं किया गया था.
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'2021 से चल रहा था फरार'
हाल ही में टारंटो ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर एक चर्चित शख्सियत को धमकी दी थी, जिससे अमेरिकी अधिकारियों की टेंशन बढ़ गई थी. पुलिस ने यह भी बताया कि वो 6 जनवरी, 2021 को यूएस कैपिटल पर हमले मामले में संलिप्तता था. उसके खिलाफ वारंट जारी किया गया था. तब से वो फरार चल रहा था.
'डीसी क्षेत्र में डेरा जमाए था अपराधी'
अधिकारियों ने बताया कि टारंटो यहां ओबामा के पड़ोस में प्लान के साथ आया होगा. वो कुछ महीनों से डीसी क्षेत्र में डेरा जमाए था. उसे अक्सर डीसी जेल के पास अपनी वैन के साथ देखा जा रहा था. उसी जेल में खूंखार अपराधी भी बंद चल रहे हैं. मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग के अनुसार, वर्तमान में टारंटो के खिलाफ भगोड़ा होने का आरोप भी शामिल है.
क्या हुआ था 6 जनवरी 2021 को?
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने वॉशिंगटन स्थित कैपिटल हिल में घुसपैठ कर ली थी. वहां बवाल किया और तोड़फोड़ की थी. स्थिति गंभीर होने पर सुरक्षाबलों ने फायरिंग की, जिसमें 4 लोग मारे गए थे. घटना के वक्त कैपिटल हिल में इलेक्टोरल कॉलेज की प्रक्रिया चल रही थी. यानी जो बाइडेन राष्ट्रपति बनने जा रहे थे. उसी दौरान हजारों की संख्या में ट्रंप समर्थकों ने वॉशिंगटन में मार्च निकाला और कैपिटल हिल पर धावा बोल दिया. कैपिटल हिल इमारत को अमेरिका में लोकतंत्र की पहचान कहा जाता है.
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