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UAE में अचानक बढ़ी ऐसे भारतीयों की मांग, इन क्षेत्रों में गाड़ रहे झंडा

यूएई में बड़ी संख्या में भारतीय कामगार काम के लिए जाते हैं. अब वहां एक साल में ही कुशल भारतीय कामगारों की मांग 25% बढ़ गई है. सऊदी बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा है और बड़े पैमाने पर शहरी विकास का कार्यक्रम भी चला रहा है जिसमें भारतीय कामगार अहम भूमिका निभा रहे हैं.

यूएई में कुशल भारतीय कामगारों की मांग में भारी बढ़ोतरी हुई है (Photo- Reuters) यूएई में कुशल भारतीय कामगारों की मांग में भारी बढ़ोतरी हुई है (Photo- Reuters)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 24 मई 2024,
  • अपडेटेड 11:43 AM IST

यूएई में भारत के कुशल कामगारों की मांग में भारी बढ़ोतरी हुई है. मई 2023 से अप्रैल 2024 के बीच भारत के कुशल श्रमिकों का मांग पिछले साल के मुकाबले 25% तक बढ़ गई है. मंगलवार को एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ये मांग टेक्नोलॉजी, स्वास्थ्य, निर्माण क्षेत्र सहित अन्य क्षेत्रों में बढ़ी है.

श्रमिकों और बाजार में उनके अवसरों पर नजर रखने वाले प्लेटफॉर्म Huntr की रिपोर्ट के मुताबिक, यूएई में अपने काम में कुशल भारतीय श्रमिकों की मांग में 25% का इजाफा हुआ है. इलेक्ट्रिशियन, प्लबंर, टेक्निशियन जैसे भारतीय यूएई में खूब रोजगार पा रहे हैं क्योंकि पिछले साल से इनकी मांग बहुत बढ़ी है.

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वहीं, अकुशल श्रमिकों की मांग में भी 10-15% की बढ़ोतरी हुई है. इस वजह से यूएई जा रहे अकुशल श्रमिकों की संख्या में 10 फीसद की गिरावट देखी गई है. अकुशल श्रमिकों की जगह अब कुशल श्रमिक ले रहे हैं.

1 लाख श्रमिकों से बातचीत कर तैयार की गई रिपोर्ट  

Huntr ने यह रिपोर्ट 1 लाख श्रमिकों से इंटरव्यू के आधार पर तैयार की है. रिपोर्ट में कहा गया कि यूएई के टेक्नोलॉजी, स्वास्थ्य, कंस्ट्रक्शन, मैन्यूफैक्चरिंग और लॉजिस्टिक के फल-फूल रहे सेक्टर में कुशल भारतीय कामगारों की मांग खूब बढ़ी है.

यह मांग इसलिए भी बढ़ी है क्योंकि यूएई बड़े-बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स शुरू कर रहा है, तेजी से शहरों का विकास कर रहा है और हर क्षेत्र में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल बढ़ा रहा है.

यूएई जाने वाले कुशल कामगारों में उत्तर प्रदेश, बिहार, केरल, तमिलनाडु, राजस्थान और मध्य-प्रदेश के कामगारों का संख्या सबसे ज्यादा है.

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Huntr प्लेटफॉर्म की सीईओ सैमुअल जॉय ने कहा, 'इस संख्या से परे देखे तो यह भारत और यूएई के बीच पारस्परिक लाभ का सौदा है. भारत के कुशल कामगार न केवल यूएई के महत्वाकांक्षी विकास प्रोजेक्ट्स में मदद क रहे हैं बल्कि वो बेशकीमती अनुभव भी हासिल कर रहे हैं. उन्हें नई-नई तकनीकों को भी जानने-समझने का मौका मिल रहा है.'

वो कहते हैं कि जब ये कामगार यूएई से वापस भारत आएंगे तो अपनी कुशलता और सीख से देश के विकास में योगदान कर सकते हैं.

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