Advertisement

महान फुटबॉल खिलाड़ी माराडोना की मौत पर सवाल, डॉक्टर के घर और ऑफिस पर पुलिस की रेड

माराडोना का परिवार और वकीलों का मानना है कि डॉक्टर ने इलाज के दौरान लापरवाही की थी. इसी वजह से उनकी जान गई. माराडोना की बेटी ने आरोप लगाया था कि डॉक्टर्स की तरफ से उन्हें सही दवाई नहीं दी गई थी, इसी वजह से उनकी जान गई.  

माराडोना के डॉक्टर के यहां पुलिस की छापेमारी (फाइल फोटो) माराडोना के डॉक्टर के यहां पुलिस की छापेमारी (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 30 नवंबर 2020,
  • अपडेटेड 7:26 AM IST
  • डिएगो माराडोना के डॉक्टर के यहां पुलिस की छापेमारी
  • डॉक्टर पर इलाज के दौरान लापरवाही का आरोप

अर्जेंटीना के जाने-माने फ़ुटबॉल खिलाड़ी डिएगो माराडोना के डॉक्टर लीयोपोल्डो लुके के क्लिनिक और घर पर पुलिस ने छापेमारी की है. अर्जेंटीना मीडिया ने इसकी पुष्टि की है. बताया जा रहा है कि पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि माराडोना के इलाज के दौरान किसी प्रकार की लापरवाही तो नहीं की गई थी.

माराडोना का परिवार और वकीलों का मानना है कि डॉक्टर ने इलाज के दौरान लापरवाही की थी. इसी वजह से उनकी जान गई. माराडोना की बेटी ने आरोप लगाया था कि डॉक्टर्स की तरफ से उन्हें सही दवाई नहीं दी गई थी, इसी वजह से उनकी जान गई.  

Advertisement

60 वर्ष के माराडोना का 25 नवंबर को हार्ट अटैक की वजह से अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आइरस स्थित उनके घर में निधन हो गया था. माराडोना के वकील मटियास मोरला ने उनके निधन की जानकारी सार्वजनिक की थी. इससे पहले नवंबर महीने की शुरुआत में ही महान फुटबॉलर माराडोना को दिमाग के सफल ऑपरेशन के आठ दिन बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई थी. इसके अलावा शराब की लत छुड़ाने के लिए भी उनका इलाज चल रहा था.

माराडोना के वकील मटियास मोरला ने इस मामले में विस्तृत जांच की मांग की है. मोरला ने कहा है कि माराडोना के घर एम्बुलेंस पहुंचने में 30 मिनट से भी ज्यादा का समय लग गया था. उन्होंने सीधे-सीधे अस्पताल पर इलाज में देरी करने का भी आरोप लगाया है.   

देखें: आजतक LIVE TV

Advertisement

'Hand of God' कहे जाते थे माराडोना

माराडोना को दुनिया के महान फुटबॉलरों में गिना जाता है. "Hand of God" के नाम से दुनिया में मशहूर माराडोना ने 1986 में अर्जेंटीना को वर्ल्ड चैम्पियन बनाने में बड़ी भूमिका निभाई थी.  

80 और 90 के दशक में फुटबॉल की दुनिया में माराडोना की तूती बोलती थी. माराडोना ने 1977 से 1994 तक अर्जेंटीना के लिए फुटबॉल खेला. FIFA प्लेयर ऑफ दी सेंचुरी पुरस्कार के लिए उन्हें इंटरनेट वोटिंग में पहला स्थान मिला था और उन्होंने पेले के साथ पुरस्कार में साझेदारी की थी. माराडोना ने अकेले अपने दम पर अर्जेंटीना को 1986 का फुटबॉल वर्ल्ड कप जिताया था.

1986 के विश्व कप में डिएगो माराडोना ने हाथ की मदद से गोल किया था. बाद में उन्होंने इसे ‘हैंड ऑफ गॉड’ यानी ईश्वर का हाथ करार दिया था. माराडोना ने ये गोल इंग्लैड के खिलाफ मैच में किया था. माराडोना 1986 में मैक्सिको में खेले गए विश्व कप में अर्जेंटीना के कप्तान थे.

उन्होंने क्वार्टर फाइनल में अर्जेंटीना की इंग्लैंड के खिलाफ 2-1 से जीत के बाद कहा था, "यह ईश्वर का हाथ यानी ‘हैंड ऑफ गॉड’ था.’ उस विश्व कप में माराडोना के दम पर अर्जेंटीना दूसरी बार चैम्पियन बना था. फाइनल में अर्जेंटीना ने वेस्ट जर्मनी को 3-2 से शिकस्त देकर दूसरी बार इस ट्रॉफी पर कब्जा किया था." 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement