
याह्या सिनवार के मारे जाने के बाद लगातार यह सवाल उठ रहा है कि हमास की अगुवाई अब कौन करेगा. सूत्रों की मानें तो अब हमास एक नई प्लानिंग पर काम कर रहा है. इसके तहत उसके संगठन का नेतृत्व फिलहाल कोई व्यक्ति नहीं बल्कि एक कमेटी द्वारा किया जाएगा.
याह्या सिनवार के उत्तराधिकारी को चुनने के बजाय हमास दोहा-बेस्ड सत्तारूढ़ समिति की नियुक्ति की तरफ बढ़ रहा है. हमास के एक जानकार सूत्र ने एएफपी को बताया, " हमास नेतृत्व का मानना है कि मार्च में होने वाले अगले चुनाव तक याह्या सिनवार के उत्तराधिकारी का चयन ना किया जाए. यह तभी संभव होगा जब हालात अनुकूल रहेंगे."
कमेटी संभालेंगी हमास की कमान
सूत्र ने कहा कि तेहरान में राजनीतिक प्रमुख इस्माइल हानिया की हत्या के बाद अगस्त जो पांच सदस्यीय कमेटी गठित की गई थी वह "समूह का नेतृत्व संभालेगी." कमेटी का गठन गाजा में सिनवार की मौत से पहले उसके साथ संवाद करने में कठिनाई को देखते हुए लिया गया था. जो सिनवार के साथ संपर्क करती थी. सिनवार को 2017 में हमास की कमान सौंपी गई थी.
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कमेटी दो फिलिस्तीनी क्षेत्रों और समुदाय के प्रतिनिधि शामिल हैं. इसमें गाजा से खलील अल-हय्या, वेस्ट बैंक से ज़हेर जबरीन और विदेश में फिलिस्तीनियों की कथित आवाज खालिद मशाल को शामिल किया गया है. इसमें हमास की शूरा सलाहकार परिषद के प्रमुख मोहम्मद दरविश और राजनीतिक ब्यूरो के सचिव भी शामिल हैं, जिनकी सुरक्षा कारणों से कभी पहचान जाहिर नहीं की जाती है. कमेटी के सभी मौजूदा सदस्य दोहा (कतर) में रहते हैं.
ऐसा है प्लान
सूत्र के अनुसार, कमेटी को "युद्ध और असाधारण परिस्थितियों के दौरान आंदोलन को नियंत्रित करने के साथ-साथ इसकी भविष्य की योजनाओं को तय करने" का काम सौंपा गया है. इसके अलावा कमेटी को "रणनीतिक निर्णय लेने" के लिए अधिकृत किया गया है. समूह के एक अन्य सूत्र ने बताया कि हमास नेतृत्व ने एक प्रस्ताव पर चर्चा की जिसमें एक राजनीतिक प्रमुख नियुक्त को लेकर फैसला होना था लेकिन नेताओं ने कमेटी के माध्यम से नेतृत्व करना ज्यादा बेहतर समझा.
सिनवार के उत्तराधिकारी को बंधकों की रिहाई के बदले में युद्धविराम के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मध्यस्थता वाली वार्ता के बारे में नीति का मार्गदर्शन करने की चुनौती का सामना करना पड़ेगा. अमेरिका और इजरायल ने सिनवार पर जानबूझकर युद्धविराम पर एक समझौते पर पहुंचने से कतराने का आरोप लगाया था. सिनवार इजरायल की अस्वीकार्य कठोर मांगों पर समझौता करने से इनकार कर रहा था.
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अल-हय्या की धमकी
शुक्रवार को एक वीडियो बयान में, हमास के कतर स्थित पोलित ब्यूरो के उप नेता खलील अल-हय्या ने कहा कि इजरायल को सिनवार की हत्या का पछतावा होगा. हय्या ने कहा कि सिनवार की “शहादत” केवल आतंकवादी समूह को मजबूत करेगी. हमास के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बंधक तब तक नहीं छोड़े जाएंगे जब तक कि गाजा में हमारे लोगों के खिलाफ आक्रामकता बंद नहीं हो जाती. ऐसा माना जा रहा है कि 7 अक्टूबर को हमास द्वारा अपहृत 251 बंधकों में से 97 अभी भी गाजा में हैं, जिनमें आईडीएफ द्वारा मृत घोषित किए गए कम से कम 34 लोगों के शव भी शामिल हैं.