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ट्रंप का डर्टी सीक्रेट! स्टॉर्मी डेनियल्स केस में क्या लिया जाएगा पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति का मगशॉट? सजा पर भी अटकलें

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स Hush Money Case में मंगलवार को मैनहट्टन कोर्ट में पेश होने वाले हैं. अभी तक इस पर संशय बना हुआ है कि क्या ट्रंप के मगशॉट लिए जाएंगे. अमेरिका में मगशॉट कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा ली गई एक तस्वीर है. जब किसी व्यक्ति को गिरफ्तार किया जाता है और उस पर मामला दर्ज किया जाता है तब एंजेसी मगशॉट लेती है.

aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 04 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 6:57 PM IST

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मंगलवार को मैनहट्टन कोर्ट में पेश होने वाले हैं. इससे ठीक पहले उनका मगशॉट लिया जा सकता है. साल 2016 में पोर्न फिल्म स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स के साथ अपना अफेयर छिपाने के एवज में उन्हें गुप्त रूप से दी गई धनराशि के मामले में न्यूयॉर्क की मैनहट्टन कोर्ट में पेश होना है. अमेरिका में मगशॉट कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा ली गई एक तस्वीर है. जब किसी व्यक्ति को गिरफ्तार किया जाता है और उस पर मामला दर्ज किया जाता है तब एंजेसी मगशॉट लेती है. 

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ट्रंप न्यायधीश के सामने होंगे पेश

आपराधिक आरोप का सामना करने वाले पहले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप (76) मंगलवार को दोपहर 2.15 बजे ईएसटी (रात 11.45 बजे आईएसटी) में न्यायाधीश जुआन मर्चेन के सामने पेश होंगे. अभी हाल ही में बीते गुरुवार को ग्रैंड ज्यूरी ने Hush Money Case में उनके ऊपर अभियोग लगाया था. ट्रंप ने इन आरोपों से इन्कार किया है और उन्होंने एक रिपब्लिकन के तौर पर घोषणा की है कि वह 2024 में अगले राष्ट्रपति चुनाव में भी हिस्सा लेंगे. 

White House के पूर्व उप प्रेस सचिव और उनके अभियान के प्रवक्ता होगन गिडले ने इंटरव्यू में ट्रंप के मगशॉट को लेकर कहा, मैं इसे देखने से पहले ही कह सकता हूं कि रिकॉर्ड के लिए लिया जाने वाला ये मगशॉट निश्चित रूप से most manly, most masculine, most handsome mugshot होगा. 

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चार साल पहले संशोधित हुआ है न्यूयॉर्क का कानून

न्यू यॉर्क के कानून में चार साल पहले संशोधन किया गया था. इस संशोधन के मुताबिक, जब तक कि पुलिस यह तय नहीं करती है कि किसी की फोटो जारी करने के लिए कोई वैध कानूनी वजह है, तब तक फोटो को जारी करने पर रोक लगा दी है. ऐसे में ट्रंप का मगशॉट भी जारी नहीं किया जाएगा. अल्बानी टाइम्स यूनियन के अनुसार, न्यूयॉर्क के कानून में चार साल पहले संशोधन किया गया था, जब तक कि पुलिस यह निर्धारित नहीं करती कि किसी व्यक्ति की फोटो जारी करने के लिए वैध वजह है, तब तक के लिए ऐसी फोटो जारी करने पर रोक लगा दी जाती है. वही The Daily की रिपोर्ट के मुताबिक भी ट्रम्प की बुकिंग फोटो को तब तक सार्वजनिक नहीं किया जा सकता जब तक कि वह इसे जारी करने का फैसला नहीं करते हैं. 

राजनीतिक हथियार बन सकता है मगशॉट

वहीं, इस मामले में कई राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि मगशॉट को एक राजनीतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है. द यूनियन अखबार ने बताया कि हार्वर्ड लॉ स्कूल के पूर्व प्रोफेसर एलन डर्शोविट्ज़ ने पिछले हफ्ते कई इंटरव्यू में कहा था कि ट्रम्प को टी-शर्ट और पोस्टर पर अपनी बुकिंग (Mugshot) की तस्वीर लगानी चाहिए और उन्हें अपने 2024 के राष्ट्रपति अभियान के लिए इसके जरिए समर्थन लेना चाहिए. 

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मगशॉट लिया जाना क्लियर नहीं

ट्रम्प के मंगलवार को मैनहट्टन कोर्ट के सामने आत्मसमर्पण करने की उम्मीद है. कानून प्रक्रिया के तहत उनका मगशॉट लिया जा सकता है, जैसा कि इस तरह की सभी गिरफ्तारियों और आत्मसमर्पण में एक अनिवार्य प्रक्रिया रही है. मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि ट्रंप पर 30 मामलों में चार्ज लगाए जाने की उम्मीद है. वहीं दूसरी ओर ट्रंप के वकीलों ने सोमवार को न्यायाधीश जुआन मर्चेन से अदालत में कैमरों की अनुमति नहीं देने का आग्रह किया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कोर्ट रूम में कैमरे की अनुमति नहीं मिलेगी. न्यूयॉर्क राज्य के एक लंबे समय से चले आ रहे कानून को ध्यान में रखते हुए कुछ विश्वसनीय पत्रकारों को अंदर जरूर जाने दिया जाएगा. 

पर्प वॉक होना भी तय नहीं 

रिपोर्ट में कहा गया है, "यह भी स्पष्ट नहीं है कि ट्रम्प को कोर्टहाउस पर्प वॉक करनी होगी या उन्हें किसी निजी प्रवेश द्वार से ले जाया जाएगा. कोर्ट में आरोप सुनाए जाने के बाद, ट्रम्प के फ्लोरिडा में अपने मार-ए-लागो रिसॉर्ट में वापस जाने की उम्मीद है. उनके ऑफिस की ओर से बताया गया है कि वह देर रात प्रेस को संबोधित करेंगे. रिपोर्ट कहती है कि  "ट्रम्प अपने अभियोग को एक बड़े प्रतीक में बदलना चाहते हैं, खुद को रूढ़िवादी अमेरिकियों से जोड़ना चाहते हैं जो अपने विचारों के लिए अलग-थलग महसूस करते हैं."

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ट्रंप ऐसे भुना सकते हैं अभियोग

वहीं गिडले के हवाले से कहा गया, "एक हथियारबंद सरकार ने अब सारी आशंकाएं और चिंताएं डोनाल्ड ट्रम्प पर जता दी हैं. उन्हें यह डर है कि ट्रंप इसके जरिए ऐसे मंच पर खड़े हो जाएंगे, जहां से वह मुखर तरीके से कह सकते हैं कि हम सभी उस सरकार के शिकार हैं जिसने हमें हमेशा अपना निशाना बनाया है. उनके मुताबिक, हम गलत रैलियों में जाते हैं, गलत ट्वीट करते हैं और गलत फिल्में देखते हैं. 

क्या है मगशॉट ?

अमेरिका में हर अपराधी के मगशॉट लिए जाते हैं. ट्रंप के केस में अभी अटकलें है कि उनके फिंगर प्रिंट लिए जाएंगे और इसके बाद मग शॉट लिया जाएगा. मग शॉट में चेहरे की सामने से फोटो ली जाती है और एक फोटो साइड प्रोफाइल से ली जाती है.अगर ट्रंप के साथ ऐसा होता है तो अमेरिका के इतिहास में ये पहली बार होगा कि अमेरिकी राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाला कोई व्यक्ति इस तरह की प्रक्रिया से गुजरेगा. 

कोर्ट में टीवी-मीडिया प्रसारण की अनुमति नहीं 

मैनहट्टन कोर्ट में मंगलवार को जब ट्रंप अरेन्मेंट प्रक्रिया (आरोप सुनाए जाने की प्रक्रिया) का सामना करेंगे, उस समय कोर्ट में ब्रॉडकास्ट मीडिया की मौजूदगी नहीं रहेगी. 
न्यू यॉर्क सुप्रीम कोर्ट के जज जुआन मर्चेन ने इस बारे में फैसला सुनाते हुए कहा है कि समाचार आउटलेट्स को मंगलवार को मैनहट्टन की अदालत में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के ऐतिहासिक अभियोग को प्रसारित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.

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कोर्ट ने मीडिया के अनुरोध को किया खारिज

आपराधिक आरोप का सामना करने वाले पहले पूर्व राष्ट्रपति 76 वर्षीय ट्रंप कड़ी सुरक्षा के बीच मंगलवार दोपहर 2.15 बजे ईएसटी (रात 11.45 बजे आईएसटी) जज मर्चेन के सामने पेश होंगे. बता दें कि फेडरल ग्रैंड ज्यूरी ने 2016 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को एक कथित मामले को गुप्त रखने के लिए 1.30 लाख डॉलर की रकम देने के संबंध में गुरुवार को अभियोग लगाया था. इसी के बाद मंगलवार 4 अप्रैल को ट्रंप कोर्ट में पेश होने वाले हैं. इस दौरान न्यूयॉर्क सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश मर्चन ने कार्यवाही प्रसारित करने की अनुमति के लिए कई मीडिया संगठनों के अनुरोध को खारिज कर दिया. हालांकि सुनवाई शुरू होने से पहले पांच स्टिल फोटोग्राफर्स को ट्रंप और कोर्टरूम की तस्वीरें लेने की इजाजत होगी. सीएनएन ने बताया कि ट्रम्प का आरोप एक सार्वजनिक कार्यवाही है, लेकिन समाचार कैमरों को आमतौर पर अदालत कक्ष के अंदर से ब्रॉडकास्टिंग की अनुमति नहीं है.

जज ने दिया ये तर्क

प्रसारण के अनुरोध को अस्वीकार करते हुए, जज मर्चेन ने इस कार्यवाही के ऐतिहासिक महत्व को ध्यान में रखते हुए कड़े शब्दों में लिखा, यह अभियोग यादगार के तौर पर जाना जाएगा, ऐसे में इसे विवादित नहीं बनाया जा सकता है. यह एक ऐसा मामला है, जो इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ है. न तो पद पर रहते हुए और न ही किसी पूर्व राष्ट्रपति पर ऐसे अभियोग लगाए गए हैं, जिसके खिलाफ आपराधिक मामला चलाया जाए. उन्होंने लिखा कि इस अभियोग में ट्रंप का नाम जुड़ा होने और उनके संभावित अपमान ने मीडिया का ध्यान आकर्षित किया है. लोग सबसे सटीक जानकारी पाने के लिए आतुर हैं, लेकिन ऐसा कोई भी सुझाव देना कपटता होगी. 

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ट्रंप के वकीलों ने भी किया था विरोध

इससे पहले सोमवार को ट्रंप के वकीलों ने जज से कोर्ट रूम में कैमरों के लिए मीडिया के अनुरोध को खारिज करने का आग्रह किया था. अदालत कक्ष में कैमरे लगाने की कोशिश करने वाले मीडिया आउटलेट्स ने तर्क दिया था कि "इस कार्यवाही की गंभीरता और इसके परिणाम के व्यापक तौर पर सार्वजनिक पहुंच की जरूरत को कम में नहीं आंका जा सकता है. 

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