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Trump address to US Congress: 'भारत 100% टैरिफ लगाता है, 2 अप्रैल से...' दो बार इंडिया का नाम लेकर ट्रंप दे गए कड़वी गोली

भारत का दो बार नाम लेते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि भारत हम 100 फीसदी टैरिफ लगाता है. ये कतई ठीक नहीं है. उन्होंने टैरिफ वॉर की औपचारिक घोषणा करते हुए कहा कि अब जो भी देश अमेरिका पर टैरिफ लगाएगा, आगामी 2 अप्रैल से अमेरिका भी उस देश पर उतना ही टैरिफ लगाएगा.

डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी संसद के संयुक्त सेशन को संबोधित किया. डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी संसद के संयुक्त सेशन को संबोधित किया.
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 05 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 10:36 AM IST

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी संसद को संबोधित करते हुए दो बार भारत का नाम लिया. आशंकाओं के अनुरुप ही उन्होंने कहा कि भारत हम 100 फीसदी टैरिफ लगाता है. ये एकदम ठीक नहीं है. ट्रंप ने कहा कि आगामी 2 अप्रैल से जो भी देश अमेरिकी आयात पर टैरिफ लगाएगा उस पर हम भी उतना ही टैरिफ लगाएंगे. 

ट्रंप ने कहा कि दूसरे देशों ने दशकों से हमारे खिलाफ टैरिफ का इस्तेमाल किया है. लेकिन अब हमारी बारी है कि हम इसी टैरिफ का उन देशों के खिलाफ इस्तेमाल करे. राष्ट्रपति ने कहा कि अगर आप ट्रंप प्रशासन के तहत अमेरिका में अपना सामान नहीं बनाते हैं तो आपको टैरिफ देना पड़ेगा और कुछ मामलों में तो तगड़ी टैरिफ देनी पड़ेगी. 

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पहली बार राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिका पर टैरिफ लगाने वाले देशों का नाम गिनाते हुए कहा, "औसतन, यूरोपीय संघ, चीन, ब्राजील, भारत, मैक्सिको और कनाडा हम पर टैरिफ लगाते हैं. क्या आपने इनके बारे में सुना है? और अनगिनत अन्य देश हमसे बहुत ज़्यादा टैरिफ़ वसूलते हैं, जितना हम उनसे वसूलते हैं. यह बहुत अनुचित है."

इसके बाद दूसरी बार फिर भारत का नाम लेते हुए ट्रंप ने कहा कि भारत हम पर 100 फीसदी से ज्यादा ऑटो टैरिफ लगाता है. 

फिर राष्ट्रपति ने अपनी बात पूरी करते हुए कहा कि 'हमारे उत्पादों पर चीन का औसत टैरिफ़ हमारे द्वारा लगाए जाने वाले टैरिफ़ से दोगुना है,और दक्षिण कोरिया का औसत टैरिफ़ चार गुना ज़्यादा है. चार गुना ज़्यादा टैरिफ़... इसके के बारे में सोचें. और हम दक्षिण कोरिया को सैन्य और कई अन्य तरीकों से बहुत मदद देते हैं.'

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ट्रंप ने कहा कि ऐसा ही होता आ रहा है. हमारे दोस्त और दुश्मन दोनों ही ऐसा कर रहे हैं. यह व्यवस्था अमेरिका के लिए उचित नहीं है, और कभी उचित नहीं थी.

राष्ट्रपति ने टैरिफ वॉर की शुरुआत करते हुए कहा कि इसलिए 2 अप्रैल को रेसिप्रोकल टैरिफ की शुरुआत हो जाएगी. यानी कि अमेरिका भी दूसरे देशों पर टैरिफ लगाना शुरू कर देगा. 

ट्रंप ने अपने कमेंट को मजेदार बनाते हुए कहा कि मैं इसे 1 अप्रैल से शुरू करना चाहता था, लेकिन मैं अप्रैल फूल डे जैसा नहीं दिखना चाहता था. हालांकि इस दिन की देरी की वजह से हमें बहुत सारा पैसा खर्च करना पडेगा, लेकिन हम इसे अप्रैल में करने जा रहे हैं. मैं बहुत अंधविश्वासी व्यक्ति हूं."

ट्रंप ने कहा कि कोई भी देश अमेरिकी इंपोर्ट पर जितना टैरिफ लगाएगा, हम उस पर उतना ही टैरिफ लगाएंगे. 

ट्रंप ने अमेरिकी किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि वे उन्हें प्यार करते हैं, लेकिन उन्हें अभी थोड़ा बर्दाश्त करना होगा क्योंकि वे बाहर से आने वाले एग्री प्रोडक्ट पर टैरिफ लगाने जा रहे हैं. गौरतलब है कि टैरिफ लगाने से बाहर से आने वाले सामान अमेरिका में महंगे हो जाएंगे. 

टैरिफ क्या है?
 
सवाल उठता है कि टैरिफ है क्या. दरअसल टैरिफ (Tariff) एक प्रकार का कर (tax) है जो सरकारें आयात (import) या निर्यात (export) होने वाली वस्तुओं और सेवाओं पर लगाती हैं. इसका मुख्य उद्देश्य देश की अर्थव्यवस्था को नियंत्रित करना, घरेलू उद्योगों को संरक्षण देना, राजस्व कमाना और व्यापार संतुलन बनाना होता है.

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अमेरिका के संदर्भ में इसे समझें तो कहा जा सकता है कि अगर भारत के बिजनेसमैन अमेरिका से वाशिंगटन सेब मंगाते हैं और माना जाए कि इसकी कीमत 100 रुपये प्रतिकिलो है. अगर भारत सरकार इस पर 100 रुपये प्रति किलो टैरिफ लगाती है तो इस सेब का मूल्य 200 रुपये प्रतिकिलो हो जाता है. इससे अमेरिकी प्रोडक्ट भारत के बाजार में महंगा हो जाता है.  और नैचुरली इसके खरीदार कम हो जाते हैं. 

दुनिया की सरकारें अपने प्रोडक्ट को संरक्षण देने के लिए ये कदम उठाती हैं. 

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