
अमेरिका के वॉशिंगटन में बीते दिन हुई हिंसा और चार लोगों की मौत के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हर किसी के निशाने पर थे. अब 24 घंटे बाद डोनाल्ड ट्रंप ने एक वीडियो संदेश जारी किया है, जिसमें उन्होंने हिंसा की कड़ी निंदा की है. साथ ही डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अब उनका पूरा फोकस सत्ता को ट्रांसफर करने पर है. यानी अब डोनाल्ड ट्रंप मान रहे हैं कि 20 जनवरी को जो बाइडेन ही अमेरिका के राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं.
वॉशिंगटन के कैपिटल हिल इलाके में बीते दिन ट्रंप समर्थकों ने तांडव किया, सीनेट में घुसकर कब्जा करने की कोशिश की. पूरे हंगामे में चार लोगों की मौत हो गई. जिसके बाद ट्रंप सभी के निशाने पर थे और उनके कार्यकाल के खत्म होने से पहले ही उन्हें हटाने के प्रयास तेज होने लगे थे.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने वीडियो संदेश में कहा, ‘जिन लोगों ने हिंसा की है वो असली अमेरिका का प्रदर्शन नहीं कर रहे थे, हिंसा होने से उन्हें गहरी चोट पहुंची है. कल के विवाद के बाद उन्होंने तुरंत ही नेशनल गार्ड्स की तैनाती कर दी थी. अमेरिका हमेशा से ही कानून व्यवस्था वाला देश रहा है और आगे भी रहेगा’.
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डोनाल्ड ट्रंप ने अपने वीडियो संदेश में कहा, ‘बतौर राष्ट्रपति काम करना उनके लिए सम्मान की बात रही है.’ गौरतलब है कि बीते दिन के विवाद के बाद कई डेमोक्रेट्स, रिपब्लिकन सीनेटर्स ने डोनाल्ड ट्रंप पर महाभियोग चलाने की ओर कदम बढ़ाया था और उपराष्ट्रपति माइक पेंस को इसपर एक्शन लेने को कहा था. अब जब महाभियोग का खतरा बढ़ने लगा तो डोनाल्ड ट्रंप की ओर से ये बयान दिया गया है.
इससे पहले बीते दिन भी डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि वो चुनाव नतीजों से खुश नहीं हैं, चुनाव में धांधली की गई है लेकिन 20 जनवरी को सत्ता का हस्तांतरण जरूर करेंगे. हालांकि, ट्रंप ने एक बार फिर कोर्ट का रुख करने का संकेत दिया था.
आपको बता दें कि बीते दिन अमेरिकी कांग्रेस ने जो बाइडेन, कमला हैरिस की जीत पर मुहर लगा दी और 20 जनवरी को दोनों के शपथ लेने का रास्ता साफ हो गया. अमेरिका के नए राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी अपने एक संदेश में डोनाल्ड ट्रंप की निंदा की. उन्होंने कहा कि पिछले चार साल के कार्यकाल में डोनाल्ड ट्रंप ने लोकतंत्र के संस्थानों पर हमला किया. कल की घटना भी उसी का एक उदाहरण है.