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360 और 250 साल के नागरिक हड़प रहे पेंशन और भत्ते का पैसा! ट्रंप ने सुनाई अमेरिकन करप्शन की अजब-गजब कथा

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हमारे देश में 1039 लोग ऐसे हैं जिनकी उम्र 220 साल से 229 साल के बीच है. उन्होंने कहा कि हमारे यहां 240 और 249 साल के लोग भी मौजूद हैं. और एक व्यक्ति ऐसा ही भी है जिसकी उम्र 360 साल है. ये आदमी तो हमारे देश के बनने से 100 पहले पैदा हुआ था. लेकिन अबतक सोशल सिक्योरिटी का चेक ले रहा है. सरकारी पैसे को हड़प रहा है.

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 05 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 1:05 PM IST

'सोशल सिक्योरिटी सिस्टम का खामियां हमारे देश को नुकसान पहुंचा रही है. हमारे यहां एक 360 साल का शख्स है जो सोशल सिक्योरिटी सिस्टम का फायदा ले रहा है. यानी कि जब आधुनिक अमेरिका बना भी नहीं था उससे 100 साल पहले पैदा हुआ व्यक्ति सोशल सिक्योरिटी का फायदा ले रहा है.'

'1 लाख 30 हजार ऐसे लोग हैं जिनकी उम्र 160 साल से ज्यादा है. वे सोशल सिक्योरिटी का चेक ले रहे हैं, 13 लाख लोग ऐसे हैं जिनकी उम्र 150 से 159 साल है और वे सोशल सिक्योरिटी का चेक ले रहे हैं.'

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अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश में व्याप्त करप्शन की कलई खोल दी. ट्रंप ने बताया कि कैसे अमेरिका में सरकारी पैसे को खाया जा रहा है और 360 साल, 200 साल और 160 साल के 'अभूतपूर्व अमेरिकी' पेंशन और सामाजिक सुरक्षा स्कीम के दूसरे फायदे उठा रहे हैं. 

क्या है सोशल सिक्योरिटी सिस्टम?

अमेरिका का सोशल सिक्योरिटी सिस्टम एक सामाजिक बीमा की तरह काम करता है, जो लोगों को जीवन के कठिन दौर में आर्थिक सहारा देता है. 

यह रिटायरमेंट, अक्षमता, महंगाई और मृत्यु के बाद परिवार को सुरक्षा प्रदान करता है, जिससे लाखों-करोड़ों अमेरिकियों का जीवन स्तर बेहतर होता है. यह देश की सामाजिक कल्याण प्रणाली का एक अहम हिस्सा है.

यह भी पढ़ें: दुनिया का पावर बैलेंस बदल देगा ट्रंप-पुतिन का 'Bromance'? क्या कोल्ड स्टोरेज में चला जाएगा Cold war
 
अमेरिका का सोशल सिक्योरिटी सिस्टम (Social Security System) एक संघीय सरकारी कार्यक्रम है. यानी कि इसका देख-रेख और कार्यान्वयन वहां की फेडरल (भारतीय अर्थों में केंद्र) सरकार करती है.

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 इसे 1935 में राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट के न्यू डील (New Deal) के तहत शुरू किया गया था, ताकि 1929 में आए ग्रेट डिप्रेशन से लोगों को बचाया जा सके. 

इस सिस्टम का फायदा लेने के लिए नौकरीशुदा लोगों को अपने वेतन का एक हिस्सा इस फंड में देना पड़ता है. 

लेकिन भारत के सरकारी कार्यक्रमों की तरह वहां भी इस सिस्टम में भयंकर करप्शन घुस गया है. 

अमेरिकी करप्शन से पड़ा ट्रंप का पाला

ट्रंप ने अपने संबोधन में इसी की ओर इशारा किया और इसे दूर करने की बात कही. 

ट्रंप ने कहा, " 13 लाख लोग ऐसे हैं जिनकी उम्र 150 से 159 साल है और वे सोशल सिक्योरिटी का फायदा ले रहे हैं, 1 लाख 30 हजार लोग ऐसे हैं जो 160 साल से ज्यादा हो चुके हैं और सोशल सिक्योरिटी का चेक उठा रहे हैं"

ट्रंप ने सदन को संबोधित करते हुए चुटकी ली और लंबी उम्र के कथित लोगों का जिक्र करते हुए कहा कि हमारा देश तो उम्मीद से भी ज्यादा सेहतमंद है. ट्रंप के इस बयान पर सदन में खूब तालियां बजी. 

सोशल सिक्योरिटी सिस्टम में कायम करप्शन की चर्चा करते हुए राष्ट्रपति ट्रंप यही नहीं रुके. उन्होंने कहा कि हमारे देश में 1039 लोग ऐसे हैं जिनकी उम्र 220 साल से 229 साल के बीच है. उन्होंने कहा कि हमारे यहां 240 और 249 साल के लोग भी मौजूद हैं. और एक व्यक्ति ऐसा ही भी है जिसकी उम्र 360 साल है. ये आदमी तो हमारे देश के बनने से 100 पहले पैदा हुआ था. लेकिन अबतक सोशल सिक्योरिटी का चेक ले रहा है. सरकारी पैसे को हड़प रहा है.

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बता दें कि अमेरिका के सोशल सिक्योरिटी फंड को संघीय बीमा योगदान अधिनियम (Fica) के तहत सरकारी योगदान मिलता है. इसके अलावा हर कामकाजी व्यक्ति अपने वेतन का 6.2 प्रतिशत सामाजिक सुरक्षा में योगदान देता है और उसका नियोक्ता उस राशि के बराबर योगदान देता है.  जो व्यक्ति अपनी नौकरी अथवा बिजनेस करते हैं उन्हें अपने दम पर पूरा 12.4 प्रतिशत योगदान करना होता है. 

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