डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ले ली है. कई दशकों में ऐसा पहली बार हुआ जब राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह खुले में ना होकर अमेरिकी संसद के भीतर हुआ. अमेरिका में कड़कड़ाती ठंड की वजह से संसद के भीतर शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन हुआ. ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह से जुड़ी पल-पल की अपडेट के लिए इस पेज से जुड़े रहें:-
ट्रंप ने कहा, 'अमेरिका ने पनामा नहर के निर्माण में पहले से कहीं अधिक धन खर्च किया और 38 लोगों की जान चली गई. पनामा का हमसे जो वादा किया गया था, उसे तोड़ दिया गया. सबसे बढ़कर, चीन पनामा नहर का संचालन कर रहा है और हमने इसे चीन को नहीं दिया. हमने इसे पनामा को दिया और हम इसे वापस ले रहे हैं.'
ट्रंप ने कहा, 'मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि कल से, मेरे पदभार ग्रहण करने से एक दिन पहले, मिडिल ईस्ट में बंधक अपने परिवारों के पास वापस आना शुरू हो गए. अमेरिका दुनिया में सबसे महान, सबसे शक्तिशाली, सबसे सम्मानित राष्ट्र के रूप में अपना सही स्थान दोबारा प्राप्त करेगा.'
ट्रंप ने कहा, 'हम अपने शहरों में कानून और व्यवस्था वापस लाने जा रहे हैं. आज से, अमेरिकी सरकार की आधिकारिक नीति के तहत... केवल दो जेंडर होंगे, पुरुष और महिला. हम एक ऐसा समाज बनाएंगे जो रंगभेद रहित और योग्यता पर आधारित होगा.'
ट्रंप ने कहा, '...हम गल्फ ऑफ मेक्सिको का नाम बदलकर गल्फ ऑफ अमेरिका करने जा रहे हैं...'
ट्रंप ने कहा, 'हम फिर से दुनिया की सबसे मजबूत सेना बनाएंगे. हम अपनी सफलता को न केवल उन लड़ाइयों से मापेंगे जिन्हें हम जीतेंगे, बल्कि उन युद्धों से भी मापेंगे जिन्हें हम खत्म करेंगे और शायद उन युद्धों से भी जिनमें हम कभी शामिल नहीं होंगे.'
ट्रंप ने कहा, 'आज, मैं ऐतिहासिक कार्यकारी आदेशों की एक सीरीज पर साइन करूंगा.'
टंप ने कहा, 'इस हफ्ते मैं उन सभी सर्विस मेम्बर को बहाल करूंगा जिन्हें वैक्सीन अनिवार्यता पर आपत्ति जताने के कारण हमारी सेना से अन्यायपूर्ण तरीके से निष्कासित कर दिया गया था और उन्हें पूरा वेतन दिया जाएगा. यह तुरंत खत्म होने जा रहा है. हमारे सशस्त्र बलों को अमेरिका के दुश्मनों को हराने के अपने एकमात्र मिशन पर ध्यान देने के लिए स्वतंत्र किया जाएगा.'
ट्रंप ने कहा, 'आज मार्टिन लूथर किंग डे है और उनके सम्मान में, हम उनके सपने को साकार करने के लिए मिलकर प्रयास करेंगे. हम उनके सपने को साकार करेंगे.'
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, 'हम 'पकड़ो और छोड़ो' की नीति को छोड़ देंगे. मैं अपने देश पर विनाशकारी हमले को रोकने के लिए दक्षिणी सीमा पर सेना भेजूंगा. आज मैंने जिन आदेशों पर हस्ताक्षर किए हैं, उनके तहत हम कार्टेल को विदेशी आतंकवादी संगठन भी घोषित करेंगे.'
ट्रंप ने कहा, 'अत्यधिक खर्च और ऊर्जा की बढ़ती कीमतों के कारण महंगाई का संकट पैदा हुआ और इसीलिए आज मैं नेशनल एनर्जी इमरजेंसी की भी घोषणा करता हूं. वी विल ड्रिल.'
लॉस एंजिल्स की आग पर ट्रंप ने कहा, 'हम ऐसा नहीं होने दे सकते. हमारे पास एक पब्लिक हेल्थ सिस्टम है जो आपदा के समय काम नहीं करती है, फिर भी दुनिया के किसी भी देश की तुलना में इस पर अधिक पैसा खर्च किया जाता है. हमारे पास एक ऐसी शिक्षा प्रणाली है जो हमारे बच्चों को कई मामलों में खुद पर शर्म करना और हमारे देश से नफरत करना सिखाती है. यह सब आज से ही बदल जाएगा.'
ट्रंप ने कहा, 'जो लोग हमारे काम को रोकना चाहते हैं, उन्होंने मेरी आजादी छीनने और वास्तव में, मेरी जान लेने की कोशिश की है. कुछ महीने पहले, पेंसिल्वेनिया में एक गोली मेरे कान को चीरती हुई निकल गई. लेकिन मुझे तब लगा था और अब और भी ज्यादा लगता है कि मेरी जान किसी कारण से बची गई थी. मुझे अमेरिका को फिर से महान बनाने के लिए भगवान ने बचाया था.'
अपने पहले भाषण में कहा, 'अमेरिका पहले से कहीं अधिक महान, मजबूत और कहीं अधिक असाधारण होगा. देश में बदलाव की लहर चल रही है. पूरी दुनिया पर सूरज की रोशनी बरस रही है. अमेरिका के पास इस अवसर को पहले से कहीं बेहतर तरीके से भुनाने का मौका है.'
राष्ट्रपति के रूप में ट्रंप ने अपने पहले भाषण में कहा, 'हम अपनी दक्षिणी सीमा पर नेशनल इमरजेंसी की घोषणा करते हैं.' ट्रंप ने मेक्सिको के साथ लगती अमेरिका की दक्षिणी सीमा पर घुसपैठ को रोकने के लिए सेना भेजने का भी ऐलान किया है. उन्होंने कहा, 'अवैध प्रवासियों को वहीं छोड़कर आएंगे जहां से वो आए हैं.'
ट्रंप ने कहा, 'आज से, हमारा देश फिर से समृद्ध होगा और पूरी दुनिया में हमारा सम्मान किया जाएगा. हम किसी देश को खुद का अब और फायदा उठाने की अनुमति नहीं देंगे. हमारी संप्रभुता को दोबारा हासिल किया जाएगा. हमारी सुरक्षा बहाल की जाएगी. हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता एक ऐसा राष्ट्र बनाना होगा जो गौरवान्वित, समृद्ध और स्वतंत्र हो.'
पीएम मोदी ने ट्रंप को अमेरिका का राष्ट्रपति बनने की बधाई दी है.
डोनाल्ड ट्रंप ने शपथ ग्रहण के बाद अपने पहले भाषण में कहा, 'अमेरिका के स्वर्णिम युग की शुरुआत हो गई है. हम अपनी संप्रभुता बनाए रखेंगे. दुनिया हमारा इस्तेमाल नहीं कर सकेगी. अमेरिका में अब घुसपैठ नहीं होगी.'
डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ ली. इसी के साथ ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बन गए हैं.
डोनाल्ड ट्रंप ने आधिकारिक तौर पर अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली. उनके साथ ही जेडी वेंस ने उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली.
ट्रंप के शपथग्रहण के लिए कई दिग्गज पहुंचे. इसमें फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग, Amazon के फाउंडर जेफ बेजोस और एलन मस्क शामिल हैं.
डोनाल्ड ट्रंप शपथ ग्रहण के लिए पहुंच चुके हैं. इस कार्यक्रम में कई पूर्व राष्ट्रपतियों का भी जमावड़ा देखने को मिला है.
अपने पति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण में मेलानिया ट्रंप ने न्यूयॉर्क डिजाइनर के कोट और स्कर्ट में दिखीं. इस दौरान उन्होंने एक बड़ी टोपी भी पहनी हुई थी. मेलानिया ने राल्फ़ लॉरेन द्वारा डिज़ाइन की गई पाउडर नीली पोशाक और मैचिंग बोलेरो जैकेट पहनी थी, जो मैचिंग दस्ताने और मैनोलो ब्लाहनिक स्टिलेटोस के साथ जोड़ी गई थी.
डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के लिए पहुंच गए हैं.थोड़ी देर में वो अपने दूसरे कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार (20 जनवरी) को वाशिंगटन में ट्रंप के उद्घाटन से कुछ घंटे पहले कार्यालय संभालने पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बधाई दी और कहा कि वह यूक्रेन और परमाणु हथियारों पर नए अमेरिकी प्रशासन के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं. पुतिन ने यह टिप्पणी रूस की सुरक्षा परिषद की बैठक के दौरान की.
25,000 अधिकारियों, 30 मील की बाड़ और हर जगह पर गश्त. कहा जा रहा है कि ये अमेरिकी इतिहास में सबसे सुरक्षित शपथ ग्रहण समारोह है. दरअसल, ट्रंप पर हुए हमले के बाद सीक्रेट सर्विसेज का कहना है कि किसी भी खतरे को नजरअंदाज नहीं किया जा रहा है.
ट्रंप के शपथ ग्रहण में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल होंगे. इस दौरान वह पीएम मोदी का एक लेटर भी डोनाल्ड ट्रंप को सौंपेंगे.
अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी टीम को शपथ ग्रहण के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ फोन कॉल अरेंज करने का निर्देश दिया है. इस बातचीत का उद्देश्य यूक्रेन युद्ध समाप्त करने की कोशिश करने के लिए आने वाले महीनों में पुतिन के साथ एक व्यक्तिगत बैठक पर चर्चा करना है. डोनाल्ड ट्रंप ने 7 जनवरी को एक इंटरव्यू में कहा था कि वह 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के 6 महीने के भीतर यूक्रेन संकट पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक करने की कोशिश करेंगे.
यूके के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने डोनाल्ड ट्रंप को 47वें अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने से पहले बधाई दी. उन्होंने भरोसा जताया कि पूरे अटलांटिक रीजन में दोस्ती की गहराई जारी रहेगी. स्टार्मर ने कहा, 'यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच विशेष संबंध हैं, जो आने वाले वर्षों में भी फलते-फूलते रहेंगे.'
एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बाकाई ने सोमवार को कहा कि देश को उम्मीद है कि डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व वाली आगामी अमेरिकी सरकार यथार्थवादी दृष्टिकोण अपनाएगी और मध्य पूर्व के देशों के हितों के प्रति सम्मान का भाव रखेगी. राष्ट्रपति के रूप में ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले, ईरानी प्रवक्ता ने कहा, 'हमें उम्मीद है कि नई अमेरिकी सरकार का दृष्टिकोण और नीतियां यथार्थवादी होंगी और अंतरराष्ट्रीय कानून और ईरान सहित मध्य पूर्व के अन्य देशों के हितों और इच्छाओं के सम्मान पर आधारित होंगी.'
डोनाल्ड ट्रंप वॉशिंगटन डीसी में कैपिटल हिल के भीतर राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे. इससे पहले यहां पर सुरक्षा की पुख्ता तैयारियां की गई है. सिर्फ कैपिटल हिल के आसपास के इलाके में ही नहीं बल्कि पूरे वॉशिंगटन में सिक्योरिटी डबल कर दी गई है.
डोनाल्ड ट्रंप आज अमेरिकी संसद (कैपिटल हिल) में शपथ लेंगे. अमेरिकी संसद की बिल्डिंग दुनियाभर में अपने आर्किटेक्टर के लिए मशहूर है. इसका निर्माण कार्य 1793 में शुरू हो गया था और 1800 तक इसका आधा हिस्सा तैयार हो गया था. इसके बाद 1801 से हर राष्ट्रपति इसी बिल्डिंग के परिसर में शपथ लेता रहा है. इस बिल्डिंग की खास बात ये है कि इसके आर्किटेक्चर विलियम थे जिनके पास आर्किटेक्चर की डिग्री तक नहीं थी.
अमेरिकी सरकार ने 1792 में ये तय किया कि राष्ट्रपति का वॉशिंगटन डीसी में एक आधिकारिक आवास होना चाहिए. इसके बाद व्हाइट हाउस का कंस्ट्रक्शन शुरू किया गया. जॉन एडम्स अमेरिका के पहले राष्ट्रपति बने जिन्होंने व्हाइट हाउस को अपना आधिकारिक आवास बनाया. जब ये बना तब इसका नाम व्हाइट हाउस नहीं था. 1814 में जब ब्रिटिशर्स ने दोबारा अमेरिका पर हमला किया था. उन्होंने व्हाइट हाउस को जला दिया था. युद्ध जीतने के बाद अमेरिका ने इसका निर्माण दोबारा कराया और उस बिल्डिंग को सफेद रंग से पेंट किया, जिसके बाद से ही अमेरिकी राष्ट्रपति के इस आधिकारिक आवास को व्हाइट हाउस कहा जाने लगा.
ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के भारतीय अमेरिकी समुदाय के लिए क्या मायने हैं? इस सवाल के जवाब में लंबे समय से अमेरिका में रह रहे भारतीय मूल के एक शख्स ने बताया कि हमारे ख्याल से आज हिंदू जाग गया है और हिंदुओं ने ट्रंप को वोट किया है. अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर भारत के डॉक्टर, इंजीनियर और आईटी प्रोफेशनल का बहुत योगदान रहा है. हम चाहते हैं कि भारत और अमेरिका के संबंध अच्छे बने रहे.
कहा जा रहा है कि डोनाल्ड ट्रंप दो बाइबल पर हाथ रखकर राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे. एक बाइबल उनकी मां ने 1955 ने उन्हें दी थी, जिस पर हाथ रखकर वह पद की शपथ लेंगे. इसी तरह दूसरी लिंकन की बाइबल है. वेलवेट के कपड़े में ढकी इस बाइबल पर 1861 में अब्राहम लिंकन ने राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी.
मुकेश और नीता अंबानी के अलावा ट्रंप की कैबिनेट में शामिल अरबपति कारोबारी एलॉन मस्क के साथ-साथ अमेजॉन के सीईओ जेफ बेजोस, मेटा सीईओ मार्क जकरबर्ग, एप्पल के टिम कुक, ओपनएआई के सैम ऑल्टमैन और टिकटॉक के प्रमुख शाउ जी च्यू भी इस शपथ के गवाह बनेंगे.
डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में दुनियाभर से नामचीन शख्सियतें शामिल होने जा रही हैं. इनमें भारत की ओर से विदेश मंत्री एस. जयशंकर से लेकर रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अंबानी और उनकी पत्नी नीता अंबानी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे. इसके अलावा चीन की ओर से उपराष्ट्रपति हान झेंग शपथ ग्रहण में शिरकत करेंगे. इसके अलावा इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर मिलेई, इक्वाडोर के राष्ट्रपति डैनियल नोबोआ, अल सल्वाडोर के राष्ट्रपति नायब बुकेले, ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो, हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बान, पोलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री माटेउज मोराविक और ब्रिटेन की दक्षिणपंथी पार्टी रिफॉर्म पार्टी के नेता नाइजल फराज शामिल होंगे. इसके अलावा अमेरिका के पूर्ववर्ती राष्ट्रपति जो बाइडेन से लेकर बराक ओबामा और जॉर्ज डब्ल्यू बुश भी शामिल होंगे.
अमेरिकी राष्ट्रपतियों की शपथ में सिर्फ 35 शब्द होते हैं. राष्ट्रपति शपथ लेते हुए कहेंगे कि मैं सत्यनिष्ठा से शपथ लेता हूं कि मैं संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति के पद का निष्ठापूर्वक निर्वहन करूंगा और अपनी पूरी क्षमता से संयुक्त राज्य अमेरिका के संविधान का संरक्षण, सुरक्षा और बचाव करूंगा.
डोनाल्ड ट्रंप आज दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगे. उनका शपथ ग्रहण समारोह कैपिटल हिल के भीतर होगा. कड़ाके की ठंड की वजह से अमेरिकी संसद के भीतर शपथ ग्रहण समारोह होगा.