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Trump on India: 'भारत धीरे-धीरे घटाएगा टैरिफ, मेरे अच्छे रिश्ते... लेकिन 2 अप्रैल की डेडलाइन पर मैं कायम', बोले ट्रंप

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि मेरे भारत के साथ संबंध तो अच्छे हैं लेकिन भारत के साथ समस्या ये है कि वे दुनिया में सबसे अधिक टैरिफ लगाने वाले देशों में है. मेरा मानना है कि वे धीरे-धीरे टैरिफ कम करेंगे लेकिन दो अप्रैल से हम रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने जा रहे हैं.

भारत के प्रधानमंत्री पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप. (PTI Photo) भारत के प्रधानमंत्री पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप. (PTI Photo)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 20 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 3:32 PM IST

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ की बात एक बार फिर दोहराई है. लेकिन उन्हें उम्मीद है कि भारत अमेरिकी सामानों पर लगने वाले टैरिफ को धीरे-धीरे कम करेगा. 

ट्रंप ने ब्रेटबर्ट न्यूज को दिए इंटरव्यू में कहा कि उनके भारत के साथ अच्छे संबंध हैं लेकिन भारत, अमेरिका पर बहुत बहुत टैरिफ लगाता है. 

उन्होंने कहा कि मेरे भारत के साथ संबंध तो अच्छे हैं लेकिन भारत के साथ समस्या ये है कि वे दुनिया में सबसे अधिक टैरिफ लगाने वाले देशों में है. मेरा मानना है कि वे धीरे-धीरे टैरिफ कम करेंगे लेकिन दो अप्रैल से हम रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने जा रहे हैं.

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बता दें कि इससे पहले ट्रंप ने भारत को टैरिफ किंग बताते हुए कहा था कि भारत बहुत ही अनुचित तरीके से भारी भरकम टैरिफ लगाता है. उन्होंने कहा था कि आप भारत में कुछ भी नहीं बेच सकते. यह लगभग सीमित है. हालांकि, वे सहमत हैं और टैरिफ कम करना चाहते हैं.

2 अप्रैल से रेसिप्रोकल टैरिफ लागू

डोनाल्ड ट्रंप ने इससे पहले कहा था कि अमेरिका पर टैरिफ लगाने वाले देशों पर दो अप्रैल से अमेरिका भी उतना ही टैरिफ लगाएगा, न कम और न ज्यादा. अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारा प्लान पहले रेसिप्रोकल टैरिफ को एक अप्रैल से लागू करने का था, लेकिन मैं ये बिल्कुल नहीं चाहता था कि इसे 'अप्रैल फूल' डे से जोड़कर देखा जाए.

ट्रंप ने कहा कि यदि आप अमेरिका में अपना उत्पाद नहीं बनाते हैं, तो आपको टैरिफ का भुगतान करना होगा, और कुछ मामलों में बहुत बड़ा टैरिफ लागू होगा. अन्य देशों ने दशकों से हमारे खिलाफ टैरिफ का इस्तेमाल किया है और अब हमारी बारी है.

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इसके साथ ही ट्रंप ने सख्ती दिखाते हुए कहा कि अगर ये देश हमें अपने बाजार से बाहर रखने के लिए नॉन-मॉनेट्री टैरिफ लगाते हैं, तो हम उन्हें अपने बाजार से बाहर रखने के लिए भी ऐसा ही करेंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति के मुताबिक, इस कदम से अमेरिका को खरबों डॉलर का प्रोडक्शन करने में मदद मिलेगी और इसके साथ ही रोजगार को बढ़ावा भी मिलेगा.

क्या है ये रेसिप्रोकल टैरिफ?

रेसिप्रोकल टैरिफ उन करों (Taxes) को कहा जाता है, जो किसी देश द्वारा दूसरे देश से आयातित वस्तुओं पर लगाए जाते हैं. यानी जो देश अमेरिकी सामान पर जितना टैरिफ लगाएगा, अमेरिका भी उस देश के सामान पर उतना ही टैरिफ लगाएगा. ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार के दौरान रेसिप्रोकल टैरिफ को लेकर कहा था, 'जैसे को तैसा, एक टैरिफ के बदले दूसरा टैरिफ, वही सटीक अमाउंट.'

रेसिप्रोकल टैरिफ यानी जब एक देश किसी दूसरे देश से आयातित वस्तुओं पर टैरिफ (आयात शुल्क) लगाता है, तो दूसरा देश भी उसी अनुपात में उस देश के उत्पादों पर टैरिफ लगा देता है. इसे सरल भाषा में 'जैसे को तैसा' नीति कहा जा सकता है. 

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