
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की है. ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस बातचीत की जानकारी दी. दोनों नेताओं के बीच यूक्रेन में चल रहे युद्ध, मिडिल ईस्ट के तनाव, एनर्जी, एआई, डॉलर सहित कई अन्य विषयों पर चर्चा हुई. रूसी राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने बताया कि पुतिन ने ट्रंप को मॉस्को आने के लिए आमंत्रित किया है.
अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में डोनाल्ड ट्रंप ने लिखा, 'अभी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ फोन पर मेरी एक लंबी और सार्थक बातचीत हुई. हमने यूक्रेन, मिडिल ईस्ट, एनर्जी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डॉलर की ताकत और कई अन्य विषयों पर चर्चा की. हम दोनों ने अपने देशों के महान इतिहास और द्वितीय विश्व युद्ध में अमेरिका और रूस की संयुक्त सफलता को याद किया.' ट्रंप ने कहा, 'हमने उन लाखों लोगों को भी याद किया जो इस युद्ध में मारे गए थे. रूस ने करोड़ों नागरिकों को खोया और हमने भी बड़ी संख्या में अपने नागरिक गंवाए.'
टीमों को शांति वार्ता शुरू करने के निर्देश
ट्रंप ने कहा, 'हमारे बीच दोनों देशों की ताकत और भविष्य में साथ मिलकर काम करने के फायदों पर चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि सबसे पहले रूस-यूक्रेन युद्ध में हो रही लाखों मौतों को रोका जाना चाहिए.' दोनों नेताओं ने एक-दूसरे के देशों की यात्रा करने और निकट सहयोग बढ़ाने पर भी सहमति जताई.
इसके अलावा, उन्होंने तुरंत शांति वार्ता शुरू करने के लिए अपनी-अपनी टीमों को निर्देश देने पर भी सहमति जताई. ट्रंप ने कहा कि वे जल्द ही यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से बात करेंगे और इस वार्ता के बारे में जानकारी देंगे.
'मैं राष्ट्रपति होता तो युद्ध नहीं होता'
ट्रंप ने बताया कि उन्होंने अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो, सीआईए निदेशक जॉन रैटक्लिफ, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल वॉल्ट्ज और विशेष दूत स्टीव विटकॉफ को इस वार्ता की जिम्मेदारी सौंपी है. उन्होंने विश्वास जताया कि यह वार्ता सफल होगी.
ट्रंप ने कहा, 'इस युद्ध में लाखों लोगों की जान गई है, और यह युद्ध कभी होता ही नहीं अगर मैं राष्ट्रपति होता. लेकिन अब जब यह हो चुका है, तो इसे जल्द से जल्द समाप्त किया जाना चाहिए. अब और लोगों की जान नहीं जानी चाहिए.' ट्रंप ने राष्ट्रपति पुतिन का उनके समय और प्रयास के लिए धन्यवाद दिया.