Advertisement

ट्रंप पावर: एक चिट्ठी से बंद हुआ तुर्की का हमला, ऐसे करवाया सीरिया से सीजफायर

सीरिया और तुर्की के बीच पिछले 10 दिनों से जारी जंग अब रुक गई है, डोनाल्ड ट्रंप की एक चिट्ठी ने वो कर दिया जो दुनिया के बड़े-बड़े देशों की अपील नहीं कर पाई थी. अमेरिका के उपराष्ट्रपति, विदेश मंत्री गुरुवार को तुर्की में थे और तुर्की के राष्ट्रपति के साथ मिलकर इस सीज़फायर को साइन किया गया.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (फोटो: AP) अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (फोटो: AP)
aajtak.in
  • अंकारा,
  • 18 अक्टूबर 2019,
  • अपडेटेड 9:11 AM IST

  • सीरिया और तुर्की के बीच हुआ सीजफायर
  • अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की चिट्ठी का असर
  • माइक पेंस माइक पोम्पियो ने की मुलाकात
  • कुर्दिश लड़ाकों को दिया गए 5 दिन

अमेरिकी राष्ट्रपति को दुनिया का सबसे ताकतवर व्यक्ति माना जाता है और डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले 48 घंटे में इस बात को साबित करके दिखाया है. सीरिया और तुर्की के बीच पिछले 10 दिनों से जारी जंग अब रुक गई है, डोनाल्ड ट्रंप की एक चिट्ठी ने वो कर दिया जो दुनिया के बड़े-बड़े देशों की अपील नहीं कर पाई थी. अमेरिका के उपराष्ट्रपति, विदेश मंत्री गुरुवार को तुर्की में थे और तुर्की के राष्ट्रपति के साथ मिलकर इस सीज़फायर को साइन किया गया.

Advertisement

अमेरिका ने कराया सीरिया-तुर्की में सीज़फायर

अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस की मौजूदगी में तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन के साथ समझौता हुआ. अब तुर्की की ओर से कुर्दिश लड़ाकों को कुल 5 दिनों का वक्त दिया गया है, इस बीच तुर्की कोई हमला नहीं करेगा और कुर्दिश लड़ाके सेफ ज़ोन में जा सकेंगे. तुर्की पिछले 10 दिनों से उत्तरी सीरियाई इलाकों में लगातार बम बरसाने का काम कर रहा था, जिसकी वजह से हालात काफी खराब थे.

अमेरिका और सीरिया में हुआ क्या समझौता?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी ओर से उपराष्ट्रपति माइक पेंस, विदेश मंत्री माइक पोम्पियो को तुर्की भेजा था. इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर तुर्की को धमकी दी थी, अगर हमला नहीं रोका गया तो वे तुर्की की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर देंगे.

तुर्की और अमेरिका के द्वारा जारी साझा बयान के मुताबिक,

Advertisement

-    दोनों देश आतंकियों के खिलाफ मिलकर ऑपरेशन चलाएंगे.

-    अमेरिका अभी तुर्की पर किसी तरह का सैंक्शन नहीं लगाएगा.

-    तुर्की को कहा गया है कि उसके किसी भी एक्शन में आम आदमी को नुकसान ना हो.

-    कुर्दिश लड़ाकों को कुल 120 घंटे का समय दिया गया है, ताकि वे सेफ ज़ोन में जा सकें.

-    तुर्की के द्वारा सुरक्षा के मसलों को अमेरिका ने सुना और NATO देशों की समस्या हल करने की बात कही.

डोनाल्ड ट्रंप की एक चिट्ठी ने किया कमाल!

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने एक अलग अंदाज के लिए जाने जाते हैं. जब गुरुवार को उन्होंने तुर्की के राष्ट्पति को बातचीत के लिए चिट्ठी लिखी तो दुनिया हैरान हो गई. डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि वह बिल्कुल नहीं चाहते हैं कि उनके हाथों तुर्की की अर्थव्यवस्था बर्बाद हो, आप (रेचेप तैय्यप एर्दोगन) हमला रोकें, इतना टफ ना बने और बेवकूफाना हरकत ना करें. मैं आपसे बाद में बाद करता हूं.

इसी एक चिट्ठी के दम पर अमेरिका ने तुर्की का हमला बंद करवा दिया. सीजफायर के समझौते के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट भी किया और कहा कि तीन दिन पहले ये डील पूरी तरह से असंभव दिख रही थी, लेकिन इसे करने के लिए थोड़ा ‘टफ’ प्यार दिखाना पड़ा और अब ये डील हो गई है. हर किसी के लिए खुशी की बात है.

Advertisement

तुर्की और सीरिया के बीच हुए इस सीजफायर पर दुनिया के देशों ने अच्छी प्रतिक्रिया दी है. संयुक्त राष्ट्र, UNSC ने भी इस कदम का स्वागत किया है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement