Advertisement

किसी को इंटेलिजेंस का जिम्मा, कोई बना चीफ ऑफ स्टाफ... टीम ट्रंप की 4 'वंडर वुमन' की कहानी

जनवरी 2025 में अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पहले डोनाल्ड ट्रंप जोर-शोर से अपनी टीम का गठन करने में लगे हैं. इस बीच उन्होंने अपनी टीम में कई महिलाओं को जगह दी हैं. लेकिन हम आपको यहां उनकी टीम की चार वंडर वुमेन के बारे में बताने जा रहे हैं.

ट्रंप की नई टीम की चार वंडर वीमेन ट्रंप की नई टीम की चार वंडर वीमेन
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 14 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 2:31 PM IST

डोनाल्ड ट्रंप को व्हाइट हाउस पहुंचाने में एड़ी से लेकर चोटी तक का जोर लगाने वालों के नाम सभी की जुबां पर हैं. टेस्ला सीईओ एलॉन मस्क से लेकर रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर और हल्क होगान के बारे में सभी को पता है. लेकिन ट्रंप की टीम की वंडर वुमेन्स के बारे में लोगों को कम जानकारी है. ऐसे में हम आपको यहां ट्रंप कार्यकाल 2.0 की अब तक की चार टॉप वुमेन के बारे में बताने जा रहे हैं.

Advertisement

सबसे पहले जिक्र करते हैं हवाई की पूर्व सांसद तुलसी गबार्ड का. अमेरिका की पहली हिंदू सांसद तुलसी को ट्रंप ने राष्ट्रीय खुफिया (National Intelligence) विभाग का निदेशक बनाया है. डेमोक्रेटिक पार्टी से रिपब्लिकन पार्टी में शिफ्ट होने वाली तुलसी ने राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप का समर्थन किया था. 

तुलसी ने 2022 में डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपनी दावेदारी पेश की थी. लेकिन बाद में अपना नाम वापस ले लिया था. उन्होंने 2022 में डेमोक्रेटिक पार्टी छोड़ दी थी. वह प्राउड हिंदू हैं और अक्सर पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचार की निंदा करती हैं. वह खुफिया मामलों पर व्हाइट हाउस की सलाहाकार भी होंगी और अमेरिका की 18 जासूसी एजेंसियों का कामकाज देखेंगी.

ट्रंप ने न्यूयॉर्क सीनेटर संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत पद के लिए एलिस स्टेफैनिक का चुनाव किया है. एलिस दरअसल ट्रंप की कट्टर समर्थक हैं. उन्होंने हॉर्वर्ड से पढ़ाई की है और पूर्व राष्ट्रपति बुश के कार्यकाल में भी उनके प्रशासन में काम कर चुकी हैं.

Advertisement

ट्रंप ने उनके चुनाव का ऐलान करते हुए उन्हें America's First Fighter कहा था. वह भी ट्रंप की भरोसेमंद हैं. 2019 में महाभियोग के दौरान भी वह ट्रंप के लिए वफादार बनी रही थीं. वह इजरायल की भी मुखर समर्थक हैं. वह एंटी इजरायल प्रोटेस्ट की अगुवाई करने वाली यूनिवर्सिटीज को लेकर आक्रामक रही हैं.

डोनाल्ड ट्रंप की टीम की एक अन्य वंडर वुमेन क्रिस्टी नोएम हैं. डकोटा की गवर्नर क्रिस्टी को ट्रंप ने अपने कार्यकाल में होमलैंड सिक्योरिटी मिनिस्टर बनाया है. वह 2018 में पहली बार दक्षिण डकोटा की पहली महिला गर्वनर बनीं थीं. 2018 के चुनाव में उनको तत्कालीन राष्ट्रपति ट्रंप का समर्थन मिला था.

वह अपने धाकड़ अंदाज के लिए जानी जाती हैं इसलिए उन्हें सीमाओं की सुरक्षा, साइबर खतरों से निपटने, आतंकवाद सहित कई अहम जिम्मेदारियां दी गई हैं. होमलैंड सुरक्षा विभाग में नोएम हाल ही में अमेरिका के बॉर्डर जार चुने गए टॉम होमन के साथ काम करेंगीं. 

अमेरिका में ट्रंप के 2.0 कार्यकाल में चीफ ऑफ स्टाफ जैसे बड़े और अहम पद के लिए सूजन उर्फ सूजी वाइल्स का चुनाव किया है. वह व्हाइट हाउस की चीफ ऑफ स्टाफ बनने वाली पहली महिला होंगी. 

जानकारों की मानें तो व्हाइट हाउस में इस पद पर पहली बार किसी महिला को नियुक्त कर ट्रंप ने महिला वोटर्स के बीच बड़ा संदेश दिया है. दरअसल पूरे चुनावी कैंपेन के दौरान उन पर महिलाओं से संबंधित तमाम आरोप लगते रहे. साथ ही कई महिला सेलेब्रिटी ने ट्रंप के खिलाफ और कमला हैरिस के लिए प्रचार प्रसार किया था. 

Advertisement

ट्रंप ने सूजी को लेकर कहा कि उन्होंने (सूजी विल्स) मुझे अमेरिकी इतिहास की सबसे बड़ी राजनीतिक जीत हासिल करने में मदद की है. वह मेरे 2016 और 2020 के सफल अभियानों का अभिन्न हिस्सा थीं. वह सख्त, स्मार्ट और इनोवेटिव हैं और उन्हें व्यापक स्तर पर सम्मान मिलता है. वह अमेरिका को फिर से महान बनाने के लिए अथक प्रयास करती रहेंगी. संयुक्त राज्य अमेरिका के इतिहास में पहली महिला चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में सूजी का होना एक अच्छी तरह से योग्य सम्मान है. 

बता दें कि 67 वर्षीय सूजी वाइल्स को ट्रंप के सबसे अनुशासित और बेहतरीन तरीके से चलाए गए अभियान के लिए उनके करीबी लोगों के बीच और बाहर भी बहुत सम्मान दिया जाता है. यही कारण है कि वे चीफ ऑफ स्टाफ की भूमिका के लिए शीर्ष दावेदार बनकर उभरी थीं. 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement