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ग्वाटेमाला में भूकंप के तेज झटके, रिक्टर स्केल पर 6.4 थी तीव्रता

ग्वाटेमाला में 6.4 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए. झटके इतने ज्यादा तेज थे कि भूकंप का केंद्र राजधानी से 120 किलोमीटर दूर होने के बाद भी कैपिटल तक झटके महसूस किए गए. हालांकि, अब तक किसी भी तरह से जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है.

सांकेतिक फोटो सांकेतिक फोटो
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 18 मई 2023,
  • अपडेटेड 2:59 PM IST

मध्य अमेरिका में स्थित देश ग्वाटेमाला में बुधवार देर रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर इन झटकों की तीव्रता 6.4 थी. यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक भूकंप का केंद्र कैनिला के पास और जमीन से 158 मील (255 किलोमीटर) गहराई में था. बता दें कि कैनिला राजधानी ग्वाटेमाला सिटी से करीब 120 मील (193 किलोमीटर) उत्तर में है. हालांकि, राजधानी में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. इससे किसी को भी नुकसान पहुंचने की खबर नहीं है.

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ग्वाटेमाला में तो फिलहाल कोई जनहानि नहीं हुई है, लेकिन इस साल 6 फरवरी को तुर्की में आए भूकंप ने भीषण तबाही मचाई थी. पहला झटका सुबह 4.17 बजे आया था. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.8 मैग्नीट्यूड थी. भूकंप का केंद्र दक्षिणी तुर्की का गाजियांटेप था. इससे पहले की लोग इससे संभल पाते कुछ देर बाद ही भूकंप का एक और झटका आया, रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.4 मैग्नीट्यूड थी. भूकंप के झटकों का यह दौर यहीं नहीं रुका. इसके बाद 6.5 तीव्रता का एक और झटका लगा. 

भूकंप के इन झटकों ने मालाटया, सनलीउर्फा, ओस्मानिए और दियारबाकिर सहित 11 प्रांतों में तबाही मचा दी थी. शाम 4 बजे भूकंप का एक और यानी चौथा झटका आया था. इस झटके ने ही सबसे ज्यादा तबाही मचाई थी. इसके ठीक डेढ़ घंटे बाद शाम 5.30 बजे भूकंप का 5वां झटका आया था. तुर्की में 6 फरवरी को आए भूकंप से मरने वालों की तादाद 33 हजार से ज्यादा हो चुकी है.

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1999 में हुई थी 18 हजार लोगों की मौत

तुर्की की भौगोलिक स्थिति के चलते यहां अक्सर भूकंप आते रहते हैं. 1999 में आए भूकंप में 18,000 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं अक्टूबर 2011 में आए भूकंप में 600 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी. बता दें कि सीमावर्ती सीरिया में भी भूकंप ने तबाही मचाई, जिसकी खौफनाक तस्वीरें सामने आईं.

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