पाकिस्तान के दोस्त तुर्की ने क्या शहबाज शरीफ को किया अपमानित?
तुर्की और सीरिया में आए बेहद भयंकर और महाविनाशकारी भूकंप ने भयंकर तबाही मचाई है. इस जानलेवा भूकंप में 15,000 से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं. दुनियाभर के देशों ने एकजुटता दिखाते हुए सीरिया और तुर्की को मदद की पेशकश की है. पाकिस्तान ने भी इसे अवसर में बदलने की कोशिश की, जो उल्टा पड़ गया.
तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन (फोटो- रॉयटर्स)
तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए भूकंप से तबाही मची है. तबाही के मंजर के बाद दुनियाभर के देशों ने एकजुटता देखते हुए सीरिया और तुर्की को मदद की पेशकश की है. दुनिया भर के देश राहत सामग्री और बचाव दल तुर्की भेज रहे है. भारत भी 'ऑपरेशन दोस्त' के तहत दोनों देशों की मदद कर रहा है.
इस बीच पाकिस्तान ने इस आपदा को अवसर में बदलने की कोशिश की, जो उल्टा पड़ गया. दरअसल, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने तुर्की के साथ अपनी एकजुटता दिखाने के लिए राजधानी अंकारा की यात्रा की घोषणा कर दी. लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक, भूकंप प्रभावित तुर्की ने पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय और कूटनीतिक स्तर पर झटका देते हुए शहबाज शरीफ की मेजबानी करने से इनकार कर दिया. इसके बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को तुर्की का दौरा स्थगित करना पड़ गया.
विनाशकारी भूकंप के अगले दिन पाकिस्तान की सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने ट्विटर पर एक बयान जारी करते हुए कहा था, "प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ तुर्की यात्रा के लिए कल सुबह अंकारा रवाना होंगे. इस दौरान भूकंप से हुए जानमाल के नुकसान और तुर्की के लोगों के लिए वो राष्ट्रपति अर्दोआन के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करेंगे.
इसी कारण से गुरुवार को बुलाई गई एपीसी की बैठक को स्थगित किया जा रहा है. सहयोगी दलों के परामर्श के बाद नई तारीख की घोषणा की जाएगी."
हालांकि, उनके ट्वीट के कुछ घंटों बाद ही तुर्की के प्रधानमंत्री के पूर्व विशेष सहायक आजम जमील ने ट्वीट करते हुए पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ की मेजबानी करने से इनकार कर दिया.
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "तुर्की इस समय सिर्फ और सिर्फ अपने देश के नागरिकों की देखभाल करना चाहता है. इसलिए कृपया राहत कर्मचारियों को ही भेजें."
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पाकिस्तान ने तुर्की यात्रा रद्द करने के पीछे कही ये बात
पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की तुर्की यात्रा रद्द होने के पीछे का कारण भूकंप के बाद चल रहे राहत कार्य और खराब मौसम बताया है.
पाकिस्तान की सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा, "भीषण भूकंप के बाद चल रहे राहत कार्य को देखते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ का दौरा स्थगित कर दिया गया है.
प्रधानमंत्री ने अपने भाई देश तुर्की के भूकंप पीड़ितों को उनके कठिन समय में साथ देने के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष स्थापित करने का फैसला किया है. इसके अलावा कैबिनेट ने राहत कोष में एक महीने का वेतन डोनेट करने की घोषणा की है. प्रधानमंत्री ने हमारे भाई देश तुर्की की उदार मदद करने की अपील की है."
पाकिस्तानी मीडिया ने क्या कहा
पाकिस्तानी अंग्रेजी न्यूज बेवसाइट 'द ट्रिब्यून एक्सप्रेस' के मुताबिक, "आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को तुर्की के लिए रवाना होना था. लेकिन खराब मौसम और राहत बचाव कार्यों के हो रहे प्रयासों के कारण तुर्की की व्यस्तताओं को देखते हुए यात्रा स्थगित कर दी गई है. पीएम शहबाज की यात्रा पुनर्निर्धारित होने की उम्मीद है और नई तारीखों की घोषणा बाद में की जाएगी."
शहबाज शरीफ ने जताया शोक
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प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा, तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप के 24 घंटे बाद मौत और विनाश के दृश्य दिमाग सुन्न कर देने वाले हैं. बड़े पैमाने पर सामने आई मानवीय त्रासदी को देखकर दिल टूट जाता है."
पाकिस्तान ने भी तुर्की को मदद भेजी
पाकिस्तान ने भूकंप प्रभावित तुर्की और सीरिया को मदद के तौर पर 21 टन से अधिक राहत सामग्री भेजी है. पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) के प्रवक्ता के अनुसार, एनडीएमए की ओर से पीआईए की दो उड़ानें बुधवार सुबह इस्लामाबाद से इस्तांबुल और दमिश्क के लिए रवाना हुईं.
उन्होंने कहा कि पीआईए की उड़ानें पीके-705 और पीके-9135 क्रमशः 7.4 टन और 14 टन कार्गो भूकंप राहत सहायता लेकर इस्लामाबाद से इस्तांबुल और दमिश्क के लिए रवाना हुईं. दमिश्क को भेजी गई 14 टन सहायता में सर्दियों के टेंट और कंबल भी शामिल थे.
दोनों देशों में अच्छी दोस्ती
तुर्की को पाकिस्तान का एक अच्छा दोस्त माना जाता है. दोनों देशों के बीच रिश्ते बहुत मजबूत हैं. यहां तक कि दोनों देश रक्षा और व्यापार क्षेत्रों में भी मिलकर काम कर रहे हैं.
तुर्की ने संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में भी कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का समर्थन किया था. अर्दोआन और तुर्की के विदेश मंत्री भी संयुक्त राष्ट्र में कई बार कश्मीर का मुद्दा उठा चुके हैं.