
अमेरिका की सरकार में एलन मस्क सबसे अहम भूमिका रखते हैं. वह डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन में DOGE की जिम्मेदारी निभा रहे हैं. अमेरिकी मीडिया में तो उन्हें 'राष्ट्रपति' कहकर संबोधित किया जाता है. आलम ये है कि मस्क को जब से जिम्मेदारी मिली है, वह अपने मनमुताबिक काम करते नजर आते हैं. अब उनके एक दावे से दक्षिण अफ्रीका के स्टॉक मार्केट में 2 फीसदी की गिरावट आ गई, और बाद में उनके पिता को मामले में दखल देना पड़ा.
हाल ही में मस्क ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा पर व्हाइट लोगों के खिलाफ जातिवादी रवैया अपनाने का आरोप लगाया था. इसके बाद उन्हें मस्क से फोन पर बातचीत करनी पड़ी, और ये बातचीत कराई मस्क के पिता एरल मस्क ने.
डोनाल्ड ट्रंप ने दी फंडिंग में कटौती की धमकी
एलन मस्क के सिरिल रामाफोसा पर इस आरोप के बाद कि वह व्हाइट लोगों के खिलाफ जातिवादी रवैया अपना रहे हैं, डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया कि वह दक्षिण अफ्रीका को मिलने वाली फंडिंग में 400 मिलियन डॉलर से ज्यादा की कटौती कर देंगे, जिसके बाद में मार्केट में बड़ी गिरावट देखी गई.
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दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति के एडवाइजर ने किया अनुरोध
मस्क के पिता एरल मस्क दक्षिण अफ्रीका की राजधानी केप टाउन में रहते हैं. मस्क की धमकियों के बाद रामाफोसा के एडवाइजर ने उनके पिता को फोन किया और अरबपति मस्क और राष्ट्रपति रामाफोसा के बीच फोन पर बातचीत कराने का अनुरोध किया था.
एलन मस्क के पिता एरल मस्क 78 साल के हैं, उन्होंने बताया, "मेरे से पूछा गया था कि क्या मैं रामाफोसा और एलन के बीच एक क्विक बातचीत करा सकता हूं... और फिर उन्होंने (मस्क और रामाफोसा) ने बातचीत की."
रामाफोसा के एडवाइजर और अपने बीच हुई वॉट्सएप चैट भी एरल मस्क ने दिखाई, जिससे इस दावे की पुष्टि भी हुई. बाद में राष्ट्रपति रामाफोसा के कार्यालय ने भी बातचीत की पुष्टि की. रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि एलन मस्क ने इस बातचीत के बारे में कुछ भी जानकारी देने से इनकार किया.
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डोनाल्ड ट्रंप ने दे दी फंडिंग में कटौती की धमकी!
बैकडोर डिप्लोमेसी की जरूरत तब पड़ी जब मस्क के आरोपों के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने बिना किसी सबूत के दावा किया कि "दक्षिण अफ्रीका जमीनें जब्त कर रहा है" और "कुछ वर्ग के लोगों" के साथ "बहुत बुरा व्यवहार" किया जा रहा है. ट्रंप ने इसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका को मिलने वाली फंडिंग में कटौती करने की धमकी दी, जिससे अफ्रीकी मार्केट पर बुरा प्रभाव भी पड़ा.