
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इजरायल से गाजा में युद्धविराम करने का आह्वान किया है. एक विदेशी समाचार एजेंसी को दिए साक्षात्कार में मैक्रोंन ने कहा, 'इजरायल को गाजा में बमबारी करना और नागरिकों को मारना बंद करना चाहिए.' फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने कहा कि बमबारी का 'कोई औचित्य नहीं' था और कहा कि युद्धविराम से इजरायल को फायदा होगा.
उन्होंने कहा कि फ्रांस हमास की 'आतंकवादी' कार्रवाइयों की 'स्पष्ट रूप से निंदा' करता है, लेकिन इजरायल के 'आत्मरक्षा के अधिकार' को मान्यता देते हुए हम उनसे गाजा में इस बमबारी को रोकने का आग्रह करते हैं. जब उनसे पूछा गया कि क्या वह चाहते हैं कि संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन समेत अन्य विश्व नेता भी युद्धविराम के उनके आह्वान में शामिल हों, तो मैक्रों ने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि वे ऐसा करेंगे'.
गाजा में निर्दोष मारे जा रहे, इसे वैध नहीं ठहरा सकते: मैक्रों
इमैनुएल मैंक्रों ने अपने साक्षात्कार में कहा कि गाजा के सभी नागरिकों का हमास से संबंध नहीं है. निर्दोष नागरिकों को सुरक्षित करने के लिए युद्धविराम के अलावा और कोई दूसरा रास्ता नहीं है. उन्होंने कहा, 'वास्तव में - बमबारी का शिकार नागरिक बन रहे हैं. इन शिशुओं, इन महिलाओं, इन बूढ़ों पर हमले का कोई कारण नहीं है और इसे वैध नहीं ठहराया जा सकता. इसलिए हम इजरायल से इसे रोकने का आग्रह करते हैं.'
विश्व नेता हमास की निंदा करें, न इजरायल की: नेतन्याहू
इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध को एक महीने से ज्यादा समय बीत चुका है. अमेरिका, यूरोप और मध्य एशिया समेत दुनिया के कई देशों ने इजरायल पर गाजा में उसकी कार्रवाई को संयमित करने का दबाव बनाया है. लेकिन उसका कहना है कि गाजा स्थित चरमपंथी संगठन हमास, संघर्ष विराम का फायदा फिर से संगठित होने के लिए उठाएगा. मैक्रों की टिप्पणियों का जवाब देते हुए एक बयान में, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि विश्व नेताओं को हमास की निंदा करनी चाहिए, न कि इजरायल की. नेतन्याहू ने कहा, 'ये अपराध जो हमास आज गाजा में कर रहा है, कल पेरिस, न्यूयॉर्क और दुनिया में कहीं भी दोहराया जा सकता है.'
इजरायल और हमास के बीच 7 अक्टूबर को शुरू हुआ युद्ध
बता दें कि 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर अचानक हमला कर दिया था, जिसके बाद यहूदी राष्ट्र की जवाबी कार्रवाई शुरू हुई. हमास के हमले में 1400 से अधिक इजरायली नागरिक मारे गए और 240 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया था. इसके बाद इजरायली वायु सेना ने गाजा पट्टी स्थित हमास के ठिकानों पर बम बरसाए. कुछ दिन बाद उसकी सेना ने जमीनी अभियान शुरू किया. हमास नियंत्रित गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इजरायली हमलों में अब तक 10000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं और सैकड़ों घायल हुए हैं.