
बलुचिस्तान के लोगों से एकजुटता दिखाते हुए यूरोप के कई देशों के संगठन यूरोपियन यूनियन ने कहा है कि वह पाकिस्तान पर आर्थिक और राजनीतिक प्रतिबंध लगा सकता है. यूरोपियन पार्लियामेंट के वाइस प्रेसिडेंट रिजार्ड सी. (Ryszard Czarnecki) ने कहा है कि अगर पाकिस्तान बलुचिस्तान में मानवाधिकार हनन पर रोक नहीं लगाता को उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है.
इससे पहले भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बलुचिस्तान का मुद्दा उठाया था. वाइस प्रेसिडेंट रिजार्ड ने एएनआई से बातचीत में कहा कि वे यूरोपियन यूनियन की मानवाधिकार के मुद्दे पर आयोजित हुई डिबेट में बोल चुके हैं कि जब देश ह्युमन राइट स्डैंड्रड को फॉलो नहीं करते तो उन पर प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं.
'बोलने का नहीं, कार्रवाई का वक्त'
रिजार्ड ने यहां तक कहा कि अब बोलने का नहीं, बल्कि कार्रवाई का समय है. रिजार्ड के मुताबिक, पाकिस्तान के साथ यूरोपियन यूनियन के द्विपक्षीय संबंध हैं, ऐसे में अगर पाकिस्तान बलुचिस्तान को लेकर अपनी पॉलिसी नहीं बदलता तो यूनियन अपना स्डैंट बदलेगी. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के दो चेहरे हैं, एक साफ चेहरा जो वह दुनिया को दिखाता है और दूसरा क्रूर चेहरा जो मानवाधिकार को लेकर है. रिजार्ड ने इस बात को स्वीकार किया कि पाकिस्तान की समस्या ये भी है कि वहां की सरकार पर मिलिट्री का नियंत्रण है.