
आतंकी गतिविधियों के लिए मिलने वाली वित्तीय मदद पर निगाह रखने वाली संस्था फाइनेंसियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने कहा है कि पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट किया जा सकता है क्योंकि इसने अपने एक्शन प्लान पर कोई काम नहीं किया है. FATF के अध्यक्ष मार्शल बिलिंग्सलिया ने कहा कि पाकिस्तान आतंक को वित्त पोषण रोकने के लिए बने अंतरराष्ट्रीय एक्शन प्लान के हर पहलू पर पाकिस्तान पिछड़ रहा है.
मार्शल बिलिंग्सलिया ने कहा कि पाकिस्तान सभी जरूरी मापदंडों पर संतोषजनक काम नहीं कर सका है और संभावना है कि उसे एफएटीएफ के ब्लैकलिस्ट पर डाला जा सकता है. उन्होंने कहा कि इस बारे में अंतिम फैसला अक्टूबर 2019 में लिया जाएगा जब पाकिस्तान के प्रदर्शन की समीक्षा की जाएगी.
FATF के मुताबिक पाकिस्तान को अपने वादे पूरे करने के लिए कई काम करने हैं. पाकिस्तान ने ये वादे खुद किए हैं. मार्शल ने कहा कि पाकिस्तान ट्रांसबॉर्डर टेरर फाइनेंसिंग के खतरे को स्वीकार करना नहीं चाहता है. FATF के अध्यक्ष ने आगे कहा कि पाकिस्तान को फरवरी में ही कहा गया था कि वो जनवरी में पूरे करने वाले सारे अहम बिंदुओं पर पिछड़ गया है, तब उसे कहा गया था कि वो मई में FATF होने वाली बैठक में इन कामों को जरूर पूरा कर ले, लेकिन इस बार भी पाकिस्तान नाकाम रहा. उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान एक्शन प्लान को लागू करने में फेल रहता है तो अगला कदम उठाया जाएगा. उन्होंने कहा कि आगामी सितंबर से पहले पाकिस्तान को इस एक्शन प्लान पर हर हाल में काम करना होगा.
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) द्वारा पाकिस्तान को दिए जाने वाले लोन पर FATF अध्यक्ष ने कहा कि अगर IMF को कोई सहायता की जरूरत होती है तो वो देने को तैयार हैं. बता दें कि पाकिस्तान को लोन देने में FATF की सिफारिशों का अहम रोल होता है. बता दें कि FATF में IMF ऑब्जर्वर संस्था का दर्जा हासिल है, इसलिए उसे FATF में होने वाले सभी घटनाक्रमों की जानकारी होती है.