
अर्जेंटीना ने 36 साल बाद फीफा वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास रच दिया है. उन्होंने फाइनल मैच के बेहद रोमांचक मुकाबले में फ्रांस को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हरा दिया. इस ऐतिहासिक जीत के साथ ही अर्जेंटीना सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा. भारत से 16,306 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह दक्षिण अमेरिकी देश दुनिया का आठवां और दक्षिण अमेरिका का दूसरा सबसे बड़ा देश है.
अर्जेंटीना की सीमा पांच देशों से सटी है, जिसमें उरुग्वे, चिली, ब्राजील, बोलीविया और पराग्वे शामल हैं. अर्जेंटीना का राष्ट्रीय खेल पाटो (Pato) है. लेकिन फुटबॉल सबसे अधिक लोकप्रिय है. अर्जेंटीना दुनिया का 32वां सबसे अधिक आबादी वाला देश है. 2019 की गणना के मुताबिक, अर्जेंटीना की आबादी 4.6 करोड़ है. राजधानी ब्यूनस आयर्स सबसे अधिक आबादी वाला राज्य हैं, यहां पर 1.3 करोड़ लोग रहते हैं. यह प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध देश है.
स्पेन से 1816 में मिली आजादी
अर्जेंटीना लगभग 40 सालों तक स्पेन का गुलाम रहा. लेकिन नौ जुलाई 1816 में अर्जेंटीना ने खुद को आजाद करा लिया. अर्जेंटीना दरअसल लैटिन भाषा का शब्द है, जिसका मतलब है चांदी. यहां के अधिकतर लोग स्पेनिश भाषा बोलते हैं और रोमन कैथोलिक ईसाई धर्म से जुड़े हुए हैं. लेकिन अंग्रेजी, जर्मन और इटैलियन बोलने वालों की संख्या भी ठीक-ठाक है.
अर्जेंटीना की आबादी के लगभग 97 फीसदी लोग यूरोपीय मूल के हैं. अर्जेंटीना की नई संवैधानिक नीतियों की वजह से 19वीं सदी के मध्य में बड़ी संख्या में प्रवासियों ने अर्जेंटीना का रुख करना शुरू किया. एक अनुमान के मुताबिक, 19वीं और 20ीं सदी के आसपास लगभग 66 लाख लोग यहां आकर बस गए थे. यही वजह है कि अर्जेंटीना को मल्टीएथनिक यानी बहुजातीय समाज के रूप में निखरकर सामने आया. अर्जेंटीना की इसी मल्टीकल्चरल डाइवर्सिटी की वजह से यहां की लगभग हर चीज में खाने-पीने से लेकर, परिधान, भाषा, रहन-सहन सभी में यूरोप की संस्कृति झलकती है.
अर्जेंटीना की अर्थव्यवस्था
एक अनुमान के मुताबिक, अर्जेंटीना की कुल जीडीपी 474.812 अरब डॉलर है. यहां प्रति व्यक्ति जीडीपी 11,572 डॉलर है. इस वजह से अर्जेंटीना एक बेहद उच्च आय वाली अर्थव्यवस्था है. लंबे समय तक अर्जेंटीना की करेंसी पेसो ले रही. लेकिन 1992 में पेसो को देश की मुद्रा के रूप में अपनाया गया.
अर्जेंटीना का पॉलिटिकल स्ट्रक्चर
अर्जेंटीना में सरकार का मुखिया राष्ट्रपति होता है. इसके साथ ही उपराष्ट्रपति और सुप्रीम कोर्ट के अध्यक्ष की भी अहम भूमिका होती है. अर्जेंटीना में एक विधायिका भी है, जिसमें कांग्रेस, सीनेट और चैंबर ऑफ डिप्टीज शामिल हैं. साल 1983 में अर्जेंटीना में लोकतांत्रिक सरकार बनी थी और 1989 में देश को पहला मुस्लिम राष्ट्रपति मिला था.
राजनीतिक उठापटक
अर्जेंटीना में बीते कुछ दशकों में राजनीतिक उठापटक भी देखने को मिली है. 2001 में अर्जेंटीना में पांच बार राष्ट्रपति बदले गए थे.
दिसंबर 2001 में राजधानी ब्यूनस आयर्स और अन्य बड़े शहरों में दंगे भड़क गए थे. इसके बाद तत्कालीन राष्ट्रपति फर्नानडो डी ला रूआ ने देश में फैली अस्थिरता की जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद दो दिनों तक रैमोन प्यूर्टा देश के अंतरिम राष्ट्रपति बनाए गए. लेकिन बाद में सीनेट ने एडोल्फो रॉड्रिगेज सा को देश का नया राष्ट्रपति चुना. लेकिन उनके फैसलों से देश में दंगे और भड़क गए. इसलिए पद से उनकी भी रुखसती हो गई. इसके बाद एडुआर्डो कैमानो तीन दिनों तक देश के राष्ट्रपति रहे. लेकिन असेंबली ने बाद में अगले चुनाव होने तक डुहाल्डे को अगला राष्ट्रपति चुना.
2010 में समलैंगिक विवाह को मंजूरी
अर्जेंटीना पहला दक्षिण अमेरिकी देश था, जिसने 2010 में समलैंगिक विवाह को कानूनी मंजूरी दी. अर्जेंटीना दुनियाभर में एलजीबीटी अधिकारों की पैरवी करने वाला देश है.
बेहद साक्षर देश और साहित्यिक दृष्टि से समृद्ध
अर्जेंटीना में साक्षरता दर अधिक है. यहां के अधिकतर लोग साक्षर हैं. इसकी वजह यहां मुफ्त शिक्षा को बढ़ावा देना है. 2010 में अर्जेंटीना की साक्षरता दर 98.07 फीसदी थी. अर्जेंटीना का साहित्य भी दुनियाभर में काफी लोकप्रिय है.
डांस और फिल्मों के शौकीन लोग
अर्जेंटीना में फुटबॉल के अलावा यहां के लोगों को फिल्में देखना और डांस करना बेहद पसंद है. यही वजह है कि अर्जेंटीना के स्कूल और कॉलेजों में डांस सीखने को लेकर कई तरह की स्कॉलरशिप योजनाएं देखने को मिलेगी. अर्जेंटीना का टांगो (Tango) डांस दुनियाभर में फेमस है.
पाटो राष्ट्रीय खेल लेकिन फुटबॉल लोकप्रिय
अर्जेंटीना के बारे में एक कहावत मशहूर है कि यहां हर घर में फुटबॉल प्रेमी रहते हैं. फुटबॉल यहां सिर्फ एक खेल या जुनून नहीं बल्कि एक परंपरा है, जिसका हर अर्जेंटीनावासी पालन करता है. लेकिन फिर भी पाटो को अर्जेंटीना का राष्ट्रीय खेल के तौर पर मान्यता दी गई है. पाटो एक तरह से पोलो की तरह खेला जाता है. लेकिन इसमें खिलाड़ी घोड़े पर बैठकर पोलो खेलता है.
अर्जेंटीना में बढ़ते एनोरेक्सिया के मामले
अर्जेंटीना में ईटिंग डिसऑर्डर एनोरेक्सिया (Anorexia) के मामले सबसे अधिक है. एक स्टडी के मुताबिक, जापान के बाद अर्जेंटीना में एनोरेक्सिया के मामले सबसे अधिक है. यह दरअसल एक ईटिंग डिसऑर्डर है, जिसमें लोगों में वजन बढ़ने का साइकोलॉजिकल डर रहता है, जिससे वह खाने से परहेज करने लगते हैं और नतीजतन वजन कम के शिकार हो जाते हैं.
प्लास्टिक सर्जरी का देश अर्जेंटीना
दक्षिण अमेरिका प्लास्टिक सर्जरी के लिए बेहद लोकप्रिय है. दुनियाभर के लोग प्लास्टिक सर्जरी के लिए यहां का रुख करते हैं. ब्राजील के बाद अर्जेंटीना में सबसे अधिक प्लास्टिक सर्जरी की जाती है. इसके साथ ही अर्जेंटीना उन देशों में शामिल हैं, जहां रेडियो का प्रसारण सबसे पहले किया गया था.