
पाकिस्तान ने 88 प्रतिबंधित आतंकी संगठनों और उनके प्रमुख के खिलाफ कार्रवाई की है. 26/11 हमले के लगभग 12 साल बाद जकीउर रहमान लखवी पर कड़े वित्तीय प्रतिबंध लगाए गए हैं. 2008 मुंबई अटैक का मास्टरमाइंड लश्कर-ए-तैयबा आतंकी जकीउर रहमान लखवी यूएन द्वारा भी वांछित घोषित किया गया है. हालांकि इसी साल अप्रैल महीने में पाकिस्तान ने अपनी निगरानी सूची से जकीउर रहमान लखवी के नाम हटा दिए थे. इमरान सरकार ने लखवी के बैंक खातों और संपत्तियों को सीज करने के आदेश दिए हैं.
माना जा रहा है कि पाकिस्तान ने यह कार्रवाई फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की ग्रे लिस्ट से बाहर आने के लिए किया है. पाकिस्तान ने 88 प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों और हाफिज सईद, मसूद अजहर समेत उनके आकाओं पर वित्तीय प्रतिबंध लगाए हैं. पाकिस्तान ने इन आतंकी संगठनों और उनके आकाओं की सभी संपत्तियों को जब्त करने और बैंक खातों को भी सील करने के आदेश दिए हैं.
पेरिस स्थित एफएटीएफ ने जून, 2018 में पाकिस्तान को ‘ग्रे लिस्ट’ में डाला था और इस्लामाबाद को 2019 के अंत तक कार्ययोजना लागू करने को कहा था लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इस समय सीमा बढ़ा दी गई थी.
सरकार ने 18 अगस्त को दो अधिसूचनाएं जारी करते हुए 26/11 मुंबई हमले के साजिशकर्ता और जमात-उद-दावा के सरगना सईद, जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख अजहर और अंडरवर्ल्ड डॉन इब्राहीम पर प्रतिबंधों की घोषणा की थी.
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बता दें, पाकिस्तान सरकार ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) द्वारा जारी नई सूची के अनुपालन में आतंकवादी समूहों के 88 आकाओं और सदस्यों पर प्रतिबंध लगाए हैं.