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विदेश सचिव ने तालिबान मंत्री से की मुलाकात, द्विपक्षीय संबंधों और क्रिकेट समेत कई मुद्दों पर हुई चर्चा

विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने बुधवार को दुबई में अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री से बातचीत की. विदेश मंत्रालय ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय संबंधों के साथ-साथ क्षेत्रीय विकास से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की.

विदेश सचिव ने दुबई में अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री से की बातचीत. (photo source: X/@MEAIndia) विदेश सचिव ने दुबई में अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री से की बातचीत. (photo source: X/@MEAIndia)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 08 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 11:11 PM IST

विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने बुधवार को दुबई में अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री मावलवी अमीर खान मुत्ताकी से बातचीत की. इस बारे में विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी है. दोनों देशों ने मानवीय सहायता, चाबहार बंदरगाह के जरिए व्यापार बढ़ाने के साथ-साथ अफगानिस्तान में स्वास्थ्य और शरणार्थी पुनर्वास जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की.

मिस्री ने अफगान लोगों को मानवीय और विकास सहायता प्रदान करना जारी रखने की भारत की प्रतिबद्धता दोहराई. अफगान के मंत्री ने अफगानिस्तान को अपना समर्थन जारी रखने के लिए भारत को धन्यवाद दिया.

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मंत्रालय ने कहा कि दोनों देशों ने वर्तमान में विकास कार्य की जरूरत पर जोर देने का फैसला किया. भारत अफगानिस्तान के  लिए मानवीय सहायता समेत व्यापार और वाणिज्यिक एक्टिविटी का समर्थन के लिए चाबहार बंदरगाह के इस्तेमाल को बढ़ावा देने पर जोर पर सहमति जताई. साथ ही दोनों देशों ने क्रिकेट के सहयोग को मजबूत करने पर भी चर्चा की है, जिसे अफगानिस्तान की युवा पीढ़ी काफी महत्व देती है.

अफगानिस्तान को भेजी शिपमेंट

मंत्रालय ने अफगानिस्तान को भारत की मानवीय सहायता का उल्लेख किया और कहा कि भारत ने पड़ोसी देश को कई शिपमेंट भेजे हैं, जिसमें 50 हजार मीट्रिक टन गेहूं, 300 टन दवा, 27 टन भूकंप राहत सहायता, 40,000 लीटर कीटनाशक, 100 मिलियन पोलियो खुराक शामिल हैं. कोविड वैक्सीन की 1.5 मिलियन डोज, नशा मुक्ति कार्यक्रम के लिए स्वच्छता किट की 11,000 यूनिट, सर्दियों के कपड़ों की 500 यूनिट और 1.2 टन स्टेशनरी किट शामिल हैं.

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बयान में आगे कहा कि अफगानिस्तान की ओर से अपील के जवाब में भारत सबसे पहले स्वास्थ्य क्षेत्र और शरणार्थियों के पुनर्वास के लिए अतिरिक्त सामग्री सहायता प्रदान करेगा.

मंत्रालय ने कहा कि अफगानिस्तान पक्ष ने भारत की सुरक्षा चिंताओं के प्रति अपनी संवेदनशीलता को रेखांकित किया. दोनों पक्ष संपर्क में बने रहने और विभिन्न स्तरों पर नियमित संपर्क जारी रखने पर सहमत हुए हैं.

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